संबल योजना में कम हितग्राहियों को लाभ
पिछले लोकसभा चुनाव के समय से सम्बल योजना का पोर्टल कई माह बंद रहा। अपंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए उनकी दुर्घटना में मृत्यु पर अंत्येष्टि सहायता एवं अनुग्रह राशि कुछ हितग्राहियों को ही मिल सकी। पंचायतों में 15 वें वित्त अयोग की राशि की किस्त नहीं आई है।कार्रवाई के डर से बोल नहीं रहे अधिकारी
इस मामले में कार्रवाई के डर से संबंधित विभाग के अधिकारी सरकारी बजट पर अधिकारिक रूप से कुछ कह नहीं पा रहे हैं। कर्मचारी अनौपचारिक बातचीत में पूरे प्रदेश की तरह छिंदवाड़ा में भी वित्तीय संकट बता रहे हैं। उनकेमुताबिक अगले तीन माह तक यह स्थिति बनी रहेगी।
कॉलेज प्रवेश पर नहीं मिल सकी राशि
खेल विभाग के खेलो इंडिया एमपी, सहकारिता विभाग की मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना, मेधावी छात्राओं के कॉलेज प्रवेश पर 25 हजार रुपए, लोक निर्माण विभाग की विभागीय संपत्तियों के संधारण, टंट्या भील मंदिर के जीर्णोद्धार, नए आईटी पार्क की स्थापना, सडक़ोंके का नवीनीकरण समेत अन्य योजनाएं भी ठंडे बस्ते में पड़ी है। जल जीवन मिशन समेत अन्य योजनाओं का बजट नहीं मिला है।नहीं मिल पाया लैपटॉप और साइकिल
स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन 22 योजनाएं और मद हैं, जिनकी राशि ठंडे बस्ते में है। सबसे ज्यादा लोकप्रिय योजना बारहवीं पास बच्चों को 75 फीसदी से ज्यादा अंक पर लैपटॉप मिलना था। इसके अलावा नवमीं की छात्राओं को साइकिल काप्रावधान था। इसके अलावा हर स्कूल के टॉपर बच्चे को स्कूटी देने की योजना शुरू की गई थी। इनमें से किसी का लाभ इस वर्ष नहीं मिल पाया।