प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार की सुबह करीब 7 बजे नौगांव पुलिस को सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के तिंदनी तिराहा के पास स्थित चौरसिया पेट्रोल पंप के नजदीक एक संदिग्ध कार खड़ी है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम को कार के अंदर चार युवक भूपेंद्र सिंह बुंदेला, नितेश शुक्ला, ओम प्रकाश रैकवार और मनीष पुत्र काशीराम जाटव निवासी वार्ड नंबर 15 नौगांव उम्र 24 वर्ष मिले। इनमें से तीन युवक सोते हुए पाए गए, जबकि मनीष अचेतन अवस्था में था। मनीष की जांच की गई तो ज्ञात हुआ कि उसकी मौत हो चुकी है। जैसे ही यह जानकारी परिजनों को मिली, वे भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों का आरोप था कि मनीष के साथ मिले युवकों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी है।
साथियों ने बताई यह कहानी मनीष के साथ मिले युवकों ने बताया कि सोमवार की रात करीब 11 बजे उन्होंने मनीष को फोन लगाकर भीमकुंड जाने के लिए भाड़े पर उसकी कार मंगवाई थी। रात करीब साढ़े 12:30 बजे वे सभी मनीष के साथ नौगांव से निकले। छतरपुर शहर के समीप सभी लोगों ने एक ढाबा के पास बैठकर शराब का सेवन किया, जिससे मनीष की तबियत बिगडऩे लगी। मनीष की हालत सही न होने के कारण भीमकुंड जाने का प्लान कैंसिल कर दिया गया और सभी वापस नौगांव लौटने लगे। जैसे ही वे मऊसहानियां के पास पहुंचे, कार का डीजल खत्म हो गया। वे एक अन्य गाड़ी से मदद लेकर नवोदय के आगे स्थित चौरसिया पेट्रोल पंप तक आए लेकिन रात होने के कारण यहां डीजल नहीं मिला। जिसके बाद सभी ने रात को वहीं पर रुकने का फैसला किया। इसके बाद जब वे सुबह जागे तो पुलिस उनके सामने थी।
चोट के निशान मिलने के कारण परिजनों को हत्या संदेह, किया हंगामा वहीं मनीष के परिजनों का कहना है कि उनके बेटे की हत्या की गई है। मनीष के सिर और नाक में चोट के निशान हैं। अपने इन आरोपों के साथ मनीष के परिजनों द्वारा मंगलवार को सडक़ पर शव रखकर काफी हंगामा भी किया गया। मौके पर पहुंची नौगांव एसडीएम काजोल सिंह, एसडीओपी चंचलेश मरकाम, गर्रोली चौकी प्रभारी, लुगासी चौकी प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल परिजनों को समझाने का प्रयास करते रहे। बाद में नौगांव नगर पालिका अध्यक्ष अनूप तिवारी और उपाध्यक्ष दौलत तिवारी के आश्वासन पर परिजन शांत हुए।