ढोढऩ से बरूआ सागर तक बनेगी नहर
लिंक नहर का निर्माण केन नदी पर ढोढऩ बांध से बेतवा नदी पर बरुआ सागर के पास किया जाना है। लिंक कैनाल (नहर) छतरपुर टीकमगढ़, निवाड़ी और उप्र के झांसी जिलों की सीमा से होकर गुजरेगी। इसमें सबसे लंबा हिस्सा छतरपुर जिले में बनाया जाना है। छतरपुर जिले में लिंक कैनाल 49 गांवों से होकर गुजरेगी। इसके लिए 165 हेक्टेयर निजी जमीन और 1134 हेक्टेयर शासकीय भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। भू अधिग्रहण अधिनियम के तहत जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। नहर निर्माण में उपयोग होने वाली जमीन के लिए छतरपुर जिला प्रशासन ने धारा 11 ए के तहत अधिसूचना जारी कर दी गई है। धारा 11 ए का प्रकाशन मार्च 2024 में कर दिया गया है। अब अगले चरण में धारा 19 के तहत भूस्वामियों के नाम के साथ सूचियों का प्रकाशन किया जाना है।
झांसी कार्यालय बनाएगा
मुख्य नहर के निर्माण के लिए केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट अथॉरिटी ने झांसी में मुख्य कार्यपालन अधिकारी कार्यालय की स्थापना की है। इसी कार्यालय को सूचियां तैयार करके जल संसाधन विभाग मप्र शासन के माध्यम से अपडेट सूचियां राजस्व विभाग छतरपुर को उपलब्ध कराना है, लेकिन सूचियों में लगातार देरी के कारण धारा 19 का प्रकाशन नहीं हो पा रहा है। इस कारण से मुख्य नहर के निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पा रही है।
पांच पंप हाउस बनेंगे
छतरपुर जिले में लिंक कैनाल से 3.50 लाख हेक्टेयर जमीन की सिंचाई का लक्ष्य है। कार्यपालन यंत्री केन बेतवा प्रोजेक्ट मप्र शासन निर्मल चंद जैन ने बताया लिंक नहर से छतरपुर जिले में 5 पंप हाउस स्थापित किए जाएंगे। इन पंप हाउस से सिंचाई के लिए नहरों का जाल बिछाया जाएगा। इन पंप हाउस से जिले के राजनगर, छतरपुर, नौगांव, बिजावर, बड़ामलहरा विकासखंड में सिंचाई होगी। उन्होंने बताया इसका सर्वे कराने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। सर्वे करके 3.50 लाख हेक्टेयर में सिंचाई का डीपीआर तैयार किया जाएगा।
इनका कहना है
प्रोजेक्ट में मुख्य नहर के निर्माण की जिम्मेदारी हमारे पास है । भू अधिग्रहण के लिए कार्यालयों में दस्तावेज जमा करा रहे हैं।
आशीष कुशवाह, ईई केबीएलपीए, झांसी