ऐसे समझे लाभ का गणित
अगर हर महीने आपके घर की बिजली का बिल 2500 से 3000 रुपए आ रहा है तो यह घटकर 500 रुपए महीना हो सकता है। इसके लिए आपको घर पर 3 किलोवाट का रूफटॉप सोलर सिस्टम लगवाना होगा। इसकी लाइफ 25 साल की है और लगाने का खर्च 1.50 लाख रुपए तक आएगा। इसका मतलब हुआ कि 300 महीने में लागत निकलेगी। यानि हर महीने की लागत 500 रुपए होगी। जो 25 साल में कवर हो जाएगी। वहीं, 500 रुपए महीने की लागत को दिन में बदलेंगे तो हर दिन लागत का खर्च 16.66 रुपए आएगी। कुल मिलाकर सोलर प्लांट को लगाने का खर्च प्रतिदिन के मान से केवल 16 रुपए होगा। वहीं, सोलर से बिजली उत्पादन होने से हम महीने खर्च होने वाली बिजली का बिल भी घट जाएगा।
इस तरह मिलेगी छूट
मुख्य डाकघर के पोस्टमास्टर मनोज सिंह ने बताया कि 1 किलोवाट क्षमता का प्लांट 55 हजार से 65 हजार, 2 किलोवाट क्षमता के प्लांट की लागत 1 लाख से 1.15 लाख रुपए आएगी। इसके हितग्राही को 30 से 60 हजार तक की छूट मिलेगी। वहीं, 3 किलोवाट के प्लांट की लागत 1.40 से 1.50 लाख तक आएगी। 4 किलोवाट की 1.80 से 1.90, 5 किलोवाट की 2.28 से 2.40 लाख लागत आएगी। दस किलोवाट पर 78 हजार तक की छूट मिलेगी। पंजीयन डाक विभाग से निशुल्क होंगे। प्लांट संबंधित कंपनी लगाएगी।
सोलर पैनल सिस्टम से फायदे
सोलर पैनल सिस्टम की मदद से घर में ही बिजली प्रोड्यूस की जा सकती है। पावर ग्रिड से मिलने वाली बिजली की तुलना में ये सस्ती और सुविधाजनक है। सोलर पैनल के लिए अलग से जगह की जरूरत नहीं, छत पर टांग सकते हैं। सोलर पैनल के लिए सरकार सब्सिडी देती है, जिससे खरीदना आसान होता है। सोलर पैनल की लाइफ 25 साल होती है, मरम्मत या मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ती। इसे समय-समय पर साफ करना होता है, ताकि सूर्य की रोशनी पैनल पर ठीक से पड़े। प्रदूषण नहीं होता, ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी आती है, पर्यावरण संरक्षण होता है।
पंजीयन कराना जरूरी
भारत के प्रधानमंत्री द्वारा वर्तमान में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना लांच की गयी है जिसके अंतर्गत 1 करोड़ घरो में सोलर पैनल लगाकर 300 यूनिट बिजली मुफ्त प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है इस योजना का लाभ पाने के लिए लाभार्थियों को रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। डाकघर के जरिए पंजीयन की सुविधा भी दी गई है।
ये है रूफ टॉप सोलर पैनल
रूफटॉप सोलर पैनल घर की छत पर लगाए जाते हैं। इन पैनलों में सोलर प्लेट लगी होती है। यह ऐसी तकनीक है जो सूर्य की किरणों से ऊर्जा सोखकर बिजली प्रोड्यूस करती है। पैनल में फोटोवोल्टिक सेल्स लगे होते हैं जो सौर ऊर्जा को बिजली में तब्दील कर देते हैं। यह बिजली वही काम करती है जो पावर ग्रिड से आई बिजली करती है।