विधानसभा में इसकी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ईके पलनीसामी ने कहा कि ताड़ का वृक्ष जलस्रोत को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए सरकार ने यह योजना बनाई है कि तटीय इलाकों में वर्षा आधारित क्षेत्र में भारी संख्या में ताड़ के पौधे लगाए जाएंगे।
इसके तहत मौजूदा वित्तीय वर्ष में १० करोड़ रुपए लागत की २.५ करोड़ ताड़ के बीज बांटे जाएंगे और यह आगे भी जारी रहेगा।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले सौ से अधिक आईटी इंजीनियर्स, युवा स्वयंसेवक और पर्यावरण विशेषज्ञों ने ऐसा ही एक अभियान ‘पनैगल कोडीÓ लांच किया था। ताड़ का पेड़ सूखारहित है और शहरीकरण के कारण ये पेड़ काट दिए गए।