क्या काम करता है वह गैलेरी में होने वाले सभी उतार-चढ़ावों की देखभाल करता है। वह मौद्रिक मुद्दों जैसे कि आय-व्यय, लाभ-हानि आदि का ध्यान रखता है। वह कलाकृतियों का चयन और प्रदर्शनियों में कला को प्रचारित करता है। वह कलाकारों से कॉर्डिनेट करता है।
योग्यता एवं कोर्स अपने वर्क प्रोफाइल में दिलचस्पी बढ़ाने के लिए प्रतिष्ठित कॉलेज या कला संस्थान से डिग्री ले सकते हैं। 12वीं के बाद बीएफए (फाइन आट्र्स में स्नातक) कर सकते हैं। एमएफए (फाइन आट्र्स में मास्टर्स) करने के बाद गैलेरी मैनेजर बन सकते हैं।
महत्वपूर्ण संस्थान दिल्ली कोलाज ऑफ आर्ट, दिल्ली
www.delhicollageofart.com
एमएस यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, गुजरात
www.msubaroda.ac.in
कॉलेज ऑफ आर्ट, दिल्ली
www.delhi.gov.in
सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई
www.sirjjschoolofart.in
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
www.nid.edu वेतन रचनात्मकता के इस क्षेत्र में व्यक्ति काफी पैसे कमा सकता है। अनुभव व रचनात्मकता के अनुसार वेतन भी बढ़ता है। एक आर्ट गैलरी मैनेजर का वेतन 10 लाख प्रति वर्ष तक हो सकता है। अनुभव और पदोन्नति के बाद ज्यादा रुपए भी कमा सकता है।
क्या खूबियां हो कला और कला के इतिहास में विशेष रुचि हो। कल्पनाशीलता और रचनात्मक सोच हो। अगर आपके अंदर मैनेजमेंट कौशल के साथ-साथ कलाकारों और ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध विकसित करने गुण मौजूद है तो आप इस फील्ड में सफल हो सकते हैं।