क्या अलग-अलग है परफॉर्मिंग आर्ट्स और विजुअल आर्ट्स? जानिए एक्सपर्ट्स से
Visual Arts And Performing Arts Difference: 12वीं के बाद परफॉर्मिंग आर्ट्स और विजुअल आर्ट्स का कोर्स भी चुना जा सकता है। आइए, जानते हैं इन दोनों ही कोर्स के बारे में-
Visual Arts And Performing Arts Difference: 12वीं के बाद छात्रों के मन में सबसे बड़ी दुविधा ये होती है कि आगे किस कोर्स को लेकर पढ़ाई करें। ये चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि नौकरी के अवसर, अच्छी नौकरी और कमाई सब हमारे चुने गए कोर्स पर निर्भर करता है। 12वीं के बाद बहुत से छात्र आर्ट्स लेना चाहते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में वे माता-पिता द्वारा सुझाए या दोस्तों के पसंद का कोर्स चुन लेते हैं जबकि आज के समय में आर्ट्स को लेकर भी काफी कुछ है, जिसे एक्सप्लोर किया जा सकता है।
12वीं के बाद परफॉर्मिंग आर्ट्स और विजुअल आर्ट्स का कोर्स भी चुना जा सकता है। हालांकि, बहुत से लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है। ज्यादातर लोगों को परफॉर्मिंग आर्ट्स और विजुअल आर्ट्स के बीच का अंतर नहीं पता होता है। आइए, जानते हैं क्या है परफॉर्मिंग आर्ट्स और विजुअल आर्ट्स (Visual Arts And Performing Arts Difference)-
क्या है दोनों के बीच का फर्क (Visual Arts And Performing Arts Difference)
परफॉर्मिंग आर्ट्स- परफॉर्मिंग आर्ट्स जो मंच पर परफॉर्म किया जा रहा है या प्रदर्शित किया जा रहा है। इसमें नृत्य, संगीत, वादन, थिएटर और अभिनय आदि शामिल हैं।
विजुअल आर्ट्स- वहीं विजुअल आर्ट्स कला का वो रूप है जो आंखों को दिखती है। कलाकार इसे कैनवास, कागज और रंगों का इस्तेमाल करके दर्शकों के लिए संरक्षित करता है। चित्रकला, ललित कला, क्राफ्ट, चलचित्र और शिल्प कला आदि विजुअल आर्ट्स के कुछ उदाहरण हैं।
जानिए एक्सपर्ट की राय
परफॉर्मिंग आर्ट्स और विजुअल आर्ट्स के बारे मेंपत्रिकाको बताते हुए पटना वीमेंस कॉलेज (PWC) की असिस्टेंट प्रोफेसर सह कथक नृत्यांगना यामिनी कहती हैं कि इसे ऐसे समझा जाए कि कोई कलाकार जब नृत्य या किसी कला को मंच पर प्रदर्शित कर रहा है तो वो उसके लिए परफॉर्मिंग आर्ट्स है जबकि श्रोता या दर्शक के लिए वही आर्ट विजुअल आर्ट्स है।
उन्होंने कहा परफॉर्मिंग आर्ट्स हो या विजुअल आर्ट्स के सभी विधा के लिए मास्टर्स डिग्री तक की पढ़ाई होती है। ये दोनों ही कोर्स प्रैक्टिकल हैं, लेकिन हर कला का अपना शास्त्र मौजूद है। ऐसे में उसकी जानकारी रखनी पड़ती है। बिना जानकारी के हम भविष्य के लिए कला की किसी भी विधा को संरक्षित नहीं कर पाएंगे।
कैसे हासिल करें डिग्री
प्रोफेसर ने बताया कि पारंपरिक रूप से चले आ रहे इंस्टीट्यूट से डिग्री लेने पर इन दोनों ही कोर्स में 2 साल + 3 साल+ 2 साल (इंटरमीडिएट+ ग्रेजुएशन+ मास्टर्स) की डिग्री होती है, जिसके लिए 10वीं पास होने के अलावा और कोई शैक्षणिक डिग्री की आवश्यकता नहीं है। वहीं कॉलेज में अन्य सभी कोर्सेज की तरह स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर इन विषयों की पढ़ाई होती है, जिसके लिए कैंडिडेट का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं में पास होना जरूरी है। साथ ही जूनियर डिप्लोमा की डिग्री भी लगती है। आर्ट्स क्षेत्र के लिए कॉलेज प्रोफेसर की भर्ती भी निकलती है।
करियर ऑप्शन (Career Options In Performing Arts And Visual Arts)
परफॉर्मिंग आर्ट्स और विजुअल आर्ट्स के करियर ऑप्शन के बारे में यामिनी कहती हैं कि डिग्री हासिल करने के बाद युवा फ्रीलांसर (अपना इंस्टीट्यूट खोल सकते हैं) के रूप में काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा जब से नृत्य, संगीत और पेंटिग को स्कूल करिकुलम के रूप में जोड़ा गया है, तब से स्कूल स्तर पर शिक्षकों की वैकेंसी निकाली जाती है। डिग्री हासिल करने के बाद आप सरकारी व प्राइवेट स्कूल की इन भर्तियों के लिए अप्लाई कर सकते हैं।