जानकारी के अनुसार खकनार क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 310 बोरखेड़ी और 320 नहालवाड़ी में बड़े पैमाने पर कटाई हुई है। दोनों बीट में दो माह पूर्व तक कटाई की गई है। मामले तब उजागर हुआ जब डीएफओ संध्यासिंह मौका मुआयना करने पहुंची। कटाई देखकर वे सकते में पड़ गई। उन्होंने तत्काल बीट गार्ड दुबे को निलंबित करने के आदेश जारी किए। साथ ही रेंजर अभ्यसिंह तोमर को जांच करने के आदेश जारी किए। पिछले करीब 15 दिनों से यहां पर सतत जांच की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि अब तक 11 हजार पेड़ों के काटे जाने का आंकलन हुआ है। कुछ क्षेत्र अब भी बचा हुआ है। यहां जांच पूरी होने के बाद ही सही आकड़ा मिल सकता है।
सुरक्षा समिति श्रमिक बोले हमने दी थी सूचना
सूत्रो की माने तो यहां करीब 150 हैक्टयर से अधिक के क्षेत्र में कटाई हुई है। लेकिन अधिकारी अब तक मामले में कठौर कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। बीट क्षेत्र में कई अन्य जगहों पर भी कटाई की बात सामने आ रही है। वन सुरक्षा समिति के सदस्यों ने कहा कि हमारे द्वारा मौके पर हो रही कटाई की जानकारी अधिकारियों को दी गई थी, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की।
कुल्हाड़ी और मशीन से कटाई
क्षेत्र में कटाई करने के लिए अज्ञात ने कुल्हाड़ी और आरा मशीन का धडल्ले से उपयोग किया। रहवासियो ने कहा कि जंगली क्षेत्र होने के कारण यहां आम लोगों का आवागमन निषेद्य है। लेकिन दूसरी ओर पेड़ कटाई करने वाले आरोपियों को खुली छूट दी जा रही है। दोनों बीट में सागौन और आड़काट प्रजाती जिसमें पलाश, नेलियां और कमलतास को काटा गया है। कटाई के बाद आरोपियों ने लकड़ी को जंगल से भी बाहर निकला है। मौके से बड़ी मात्रा में सागौन की सिल्लियां गायब की जा चुकी है। शेष की गणना विभाग कर रहा है।
क्या कहना है इनका
घटना के जांच अधिकारी एवं खकनार के रेंजर अभयसिंह तोमर पत्रिका प्रतिनिधि से चर्चा करने में कतराते रहे। उन्होंने पहले कहा कि कटाई 6 माह पूरानी है। फिर दो माह पुरानी होना स्वीकारा। उन्होंने कहा कि कटाई का आंकलन हो रहा है। अब तक 11 हजार पेड़ गीने जा चुके हैं। लेकिन इसमें सागौन की मात्रा कम है। जल्द की गिनती पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद अधिकारियों को मामला सौंपा जाएगा। उन्होनें कहा कि मैंने हाल ही में रेंज ज्वाइन की है। इसलिए मामले में अधिक जानकारी नहीं दे सकता है। आप वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर सकते हैं।