इन दिनों वर्टिकल गार्डन का खासा क्रेज देखा जा रहा है। इसमें छोटे-छोट प्लांट्स वर्टिकल शेप में लगाए जाते हैं। इस तरह के पौधे उन लोगों के लिए बेहतर होते हैं, जिनके घरों में जगह की कमी हो। उनके लिए आयरन फ्रेम का उपयोग किया जाता है, जिसमें ड्रिप सिस्टम लगा रहता है। वॉल के नीचे की तरफ वॉटर होल्डिंग टेप लगा होता है। इसके जरिए प्लाटं्स में पानी डाला जाता है। शहर के लोग इन दिनों अपने बगीचों को नए-नए किस्म के पौधों से सजाने में लगे हैं।
टाइम फॉर किचन गार्डन
गार्डनिंग का शौक रखने वाले लोग अक्सर किचन गार्डन को प्रिफरेंस देते हैं। दूसरी ओर ताजी सब्जी के कारण भी किचन गार्डन पर ज्यादा फोकस किया जाता है। किचन प्लांट्स के जरिए घर की रंगत को भी बढ़ाया जा सकता है।
थोडे़ ही दिनों में विंटर फ्लावर्स की चमक छाने वाली है। इनमें गुलदाउदी सहित कई तरह के फ्लावर्स शामिल हैं। इनके जरिए बालकनी की रंगत बढ़ जाती है। मार्केट में कई डिफरेंट गार्डन एक्सेसरीज भी देखी जा रही हैं। इनसे भी बालकनी को काफी अट्रेक्टिव बनाया जा सकता है।
देश बगिया में विदेशी फूलों की चमक–
सर्दी के सीजन में अब विंटर फ्लावर्स की चमक छाने वाली है। नर्सरी में देशी फूलों के साथ विदेशी फूलों को लोग पसंद कर रहें है, इनमें गुलदाउदी, लिली, जेरेनियम, जरबेरा, गजनिया, बिटोनिया, डेंटास, आस्टर, गुलमेंहदी, डहलिया सहित पाम पिटूनिया, सिनोशिया, सालदिया, बर्बीना कई तरह के फ्लावर्स शामिल हैं। इनके जरिए बालकनी की रंगत बढ़ जाती है। लोग बालकनी को खूबसूरत बनाने के लिए इन पौधो का उपयोग कर रहें है।
आगरा से आए सजावटी पौधे–
शहर में इन दिनों आगरा से आए नर्सरी संचालक लोगो के घर की बगिया को गुलजार कर रहें है। देवराज बताते है कि सर्दी के मौसम में यहां आते है, लोगो की मांग के अनुरूप सजावटी और सीजनल फूलों के पौधों को लोग खरीदते है। कॉलेज छात्रा दिपिका शर्मा का कहना है कि शहर में भी नर्सरी होना चाहिए। हर मौसम में गार्डन को नया रूप देते है।
नर्सरी एक्सपर्ट कुंवर चंद ने बताया कि नर्सरी से रोपे लेकर जब घर के गमले में मिट्टी, गोबर की खाद, और रेत को बराबर मात्रा में ले। रेत की जगह कोकोपिट ले सकते है। इस मिश्रण से गमला भर के तैयार रखें। ध्यान रखे क जग गमले में पौधा रोपे तो मिट्टी गीली न हो। पौधा हमेशा शाम को रोपें और रोपने के बाद उसमें पानी डालें। पौधा रोपनें के बाद गमला छाया में रखें।