अनूठी शादी :अब सूना नही रहेगा बाबुल का आगंन, ससुराल जाने से पहले बेटी लगा गई पौधे
यह होगा असर
ज्योतिषाचार्य जैन के अनुसार ग्रहण के दौरान ज्यों ही ब्रह्मांड में घटना के साथ ऊर्जा की कमी होती है तो प्रत्येक जीव किसी न किसी प्रकार से प्रभावित होता है। बुधवार पूर्णिमा और कर्क राशि पर ग्रहण होने से अच्छी बारिश के योग बनेंगे। जनता जागरूक होगी और सत्ता में परिवर्तन संभव है। साधु, संतों, पंडित, शिक्षार्थी, बुजुर्ग व्यक्ति के लिए कष्टकारी रहेगा। सोना-चांदी, पीतल, गुड़, चीनी, गेहूं में तेजी का रूख होगा। वहीं अराजकता, भूकंप, जातिगत आंदोलन, सुनामी होने की आशंका बन रही है।
वेश्यावृत्ति छोड़ युवती ने विवाह किया तो जान के पड़ गए लाले, परिजन दे रहे जान से मारने की धमकी
यह है ग्रहण
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में राहु व चन्द्रमा की छाया आ जाती है और जिस भाग में यह छाया पड़ती है उस जगह ऊर्जा का संचार कम होता है। ग्रहण के दौरान जो छाया मोटी होती है वह राहु तथा जो बारीक छाया होती है वह केतु कहलाती है। यानि छाया के असर से होने वाले दुष्प्रभाव को ग्रहण कहा जाता है।
आपने नकदी व जेवरात के भूखे चोरों के बारें में तो सुना होगा लेेकिन ड्राई फ्रूट और मक्का के भूखे चोरों के बारे में नहीं
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुसार सूर्य १३ अंश (कुल ३६० अंशो में) जिस राशि में रहता है उसी राशि में १३ अंश से कम में राहु व केतु आ जाते हैं तो सूर्य एवं चंद्र ग्रहण होते है। यह १२ राशियों में एक राशि पर एक माह तक घूमता है। यह प्रतिदिन एक अंश बढ़ता है। भ्रमण चक्र ३६० भागों में बांटा गया है। एक भाग एक अंश का रहता है। ३० अंश की एक राशि होती है।
Rape: मां का साया नहीं था तो 7 साल की मासूम बेटी पर पिता का पड़ा काला साया, की दरिंदगी की सारी हदें पार
३१ जनवरी को ग्रहण की स्थिति
ग्रहण स्पर्श आरम्भ १७.१८ बजे
खग्रास प्रारम्भ १८.२२ बजे
ग्रहण मध्य (परमग्रास)१९.०० बजे
ग्रहण मोक्ष (समाप्त) २०.४१ बजे
पहले ग्रहण का 12 राशि पर असर
मेष-खर्च बढ़ेगा
वृषभ-सभी तरह से शुभ
मिथुन -हानि की आशंका
कर्क -तबीयत खराब
सिंह -वाद विवाद संभव
कन्या -अचानक धन लाभ
तुला -शुभ काम होंगे
वृश्चिक – मानहानि से बचें
धनु – मानसिक तनाव
मकर -सावधानी बरतें
कुंभ- शुभ योग बनेंगे
मीन -मन वाणी को शांत रखें