राजस्थान में बाढ़ के हालात, घरों में भरा पानी, ट्रैक्टर में बैठकर जायजा लेने पहुंचे कलक्टर और ASP
Weather Hindi News: गले तक के पानी में खड़े परिवार के लोगों को ग्रामीणों ने मकानों की छतों पर होकर निकाला। चारों तरफ से आवागमन के रास्ते बंद हो गए। निचली बस्तियों, मैन मार्केट व आस पास के घरों में पानी भर गया है।
Flood In Bundi: नैनवां में बुधवार रात को ढाई घण्टे में हुई पौने 6 इंच (141 मिमी) बारिश होने से दुगारी के कनकसागर बांध पर ढाई फीट की चादर चलने से चादर का पानी गांव में घुस जाने से बाढ़ के हालात बने हुए है। गांव की गलियां, मकान, दुकानें, व रास्तों में चार फीट पानी भरा हुआ है। रात की बारिश से दस फ़ीट भराव के कनक सागर बांध में 12.5 फीट की आवक से ढाई फीट का ओवरफ्लो चल रहा है, जिससे गांव में बाढ के हालात हो गए है। रात को वेस्टवेयर के पास स्थित चौथमल चौहान, चांद भाई, राजेन्द्र, जगदीश के मकानों में चार-चार फीट पानी भर गया।
गले तक के पानी में खड़े परिवार के लोगों को ग्रामीणों ने मकानों की छतों पर होकर निकाला। चारों तरफ से आवागमन के रास्ते बंद हो गए। निचली बस्तियों, मैन मार्केट व आस पास के घरों में पानी भर गया है। नैनवां- दुगारी मार्ग पर दुगारी पुलिस चौकी भेरू जी के पास रोड पर पानी होने के कारण आवागमन बंद है। गांव टापू बना हुआ है। जिला कलक्टर अक्षय गोदारा व एसपी हनुमानप्रसाद मीणा भी दुगारी पहुंचे। गांव टापू बना होने कलक्टर व एसपी ने ट्रैक्टर में बैठकर बाढ़ की स्थिति देखी। उपखण्ड अधिकारी विनोदकुमार मीणा, पुलिस उपाधीक्षक शंकरलाल मीणा, तहसीलदार रामराय मीणा, थानाधिकारी महेंद्रकुमार यादव, कानूनगो ललितमोहन व पंचायत समिति के प्रधान पदमकुमार नागर भी साथ थे।
तीन भागाें में बटा गांव
वेस्टवेयर गांव के बीच होकर निकलने से जब तक बांध पर चादर चलेगी तब तक गांव के यही हाल बने रहेंगे। रियासतकालीन बांध की ऊंचाई तो दस फीट है, लेकिन बांध का भराव क्षेत्र 72 वर्ग किमी है। गलियों में चार फीट पानी बह रहा है। चादर का पानी गांव के मुख्य बाजार में होकर गांव की गलियों में आ जाने से गांव तीन भागों में बंट हुआ है। गांव का छोटा पारा मोहल्ला, रेगर बस्ती, मैन मार्केट, सहित पूरे गांव के अन्य मोहल्लों का बस स्टैंड आने वाले रास्ते बंद है। गांव में बाढ़ की स्थिति होने से बाजार में दुकानों में भी पानी घुस जाने से बाजार बंद पड़ा है। कई मकानों में पानी भर जाने से लोगों को दूसरी मंजिल व छतों पर बैठकर दिन गुजारना पड़ रहा है।
कलक्टर-एसपी ऐसे पहुंचे बाढ़ पीड़ितों के बीच
कलक्टर व एसपी सुबह 11 बजे दुगारी पहुंचे। गांव के अंदर जाने के सभी रास्तों में पानी होने से सिविल डिफेंस की टीम के साथ ट्रैक्टर- ट्रॉली में सवार होकर पहले बस स्टैंड पर पहुंचे। बस स्टैंड के पास पानी से गिरे मकानों में रहने वाले लोगों से बात कर उनकी परेशानी जानी। उसके बाद दूसरे रास्ते से होकर बाजार तक पहुंचे। इससे पहले दोनों जिलाधिकारी पैदल ही गलियों में छोटे पारे की वेस्टवेयर से निकल रहे पानी की स्थिति की जानकारी लेने पहुंचे।
दिए राहत के निर्देश
जिला कलक्टर ने बाढ़ प्रभावित लोगों के रहने और भोजन की व्यवस्था के इंतजाम करने के अधिकारियों निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित परिवारों को चिन्हित कर उनको विद्यालय या पंचायत कार्यालय में ठहराने की व्यवस्था के निर्देश दिए।
सबसे बड़ा कैचमेंट एरिया
दुगारी बांध का कैचमेंट एरिया सबसे ज्यादा है। तीन बांधों व आधा दर्जन तालाबों की वेस्टवेयर का पानी भी दुगारी बांध में पहुंच रहा है। रुनिजा, अन्नपूर्णा व खोड़ी बांध के साथ ही खानपुरा तालाब, ग्वाला तालाब के वेस्टवेयर का पानी दुगारी बांध में पहुंचने से बांध ओवरफ्लो चल रहा है।
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