जिम्मेदार इस और उदासीन इन गंभीर बीमारियों से हो रही मौतों ने लोगों को चौंका दिया। जिले में स्वाइन फ्लू का कहर बढ़ता कम नहीं हुआ। आमजन बीमारियों से बचने के लिए सजग भी है, फिर भी वातावरण में फैल रही बीमारी से बचपाना मुश्किल हो रहा है। साफ-सफाई के विभिन्न उपायों के साथ कीटनाशक दवाओं के छिड़काव की भी आवश्यकता होती है। लेकिन प्रशासन इस और उदासीन हीे नजर आ रहा है। चिकित्सा विभाग ने बचाव व उपचार के कार्य जरूर किए है। लेकिन वे भी काफी नहीं है।
गंभीर बीमारी के रोगी बढ़े जानकारी के अनुसार गंभीर बीमारियों के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वाइन फ्लू के अब तक 22 रोगी सामने आ चुके।जिसमें सबसे ज्यादा अगस्त व सितम्बर माह में रोगियों की पुष्टि हुई है। स्क्रब टायफस के कुल 5 रोगी मिले हैं। जिसमें से सितम्बर माह में 4 रोगियों की पुष्टि हुई है। डेंगू के 37 व मलेरिया के 151 रोगी मिले हैं। एक रोगी मलेरिया पीएफ का सामने आया है।
क्या है कारण स्वाइन फ्लू सर्दी के मौसम में फैलता है, लेकिन अभी गर्मी का मौसम होने के बाद भी स्वाइन फ्लू के रोगी सामने आ रहे हैं। जानकारों की माने तो वर्तमान मौसम में गर्मी व नमी है। मौसमी परिवर्तन से रोगियों की संख्या बढ़ रही है। बीमार व कमजोर लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। यही कारण है कि खांसी-जुकाम व बुखार के कई रोगी अस्पताल पहुंच रहे हैं।