परिषद के वरिष्ठ सदस्य पंडित लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि सिद्धार्थी नामक संवत्सर में जनमानस के लिए शुभता के संकेत हैं, वहीं समेकित रूप से आगामी वर्ष में कृषि उत्पादन में न्यूनता रहेगी। जिले के लिए व्यावसायिक उन्नति के योग बनेंगे। आगामी वर्ष में 13 मार्च को होलिका दहन, 9 अगस्त को रक्षाबंधन और 21 अक्टूबर को दीपावली रहेगी। वर्ष 2025 में मनाए जाने वाले व्रत, त्योहारों की तिथि का निर्णय करते हुए तय किया गया कि आगामी वर्ष में मकर संक्रांति एवं पुण्यकाल 14 जनवरी को होगा। वही 13 मार्च को होलिका दहन भद्रा के पश्चात रात्रि 11.31 के बाद विशिष्ट समयावधि में ही होगा। शहर में चामुंडा माता का मेला 18 जुलाई को होगा। परिषद के निर्णय अनुसार कजली तीज 12 अगस्त को और श्रीरंगनाथ जी का डोलयात्रा उत्सव 3 सितम्बर को होगा। इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर को, रूप चौदस 20 अक्टूबर व दीपावली पर्व 21 अक्टूबर को मनाया जाएगा। अन्नकूट और गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर को मनाने का निर्णय एकमत से पारित किया गया। संचालन लक्ष्मीकांत शर्मा ने किया।
मीडिया प्रभारी विनोद गौतम जगन्नाथपुरा ने बताया कि आगामी वर्ष में परिषद में पंडित श्रीकांत शर्मा अध्यक्ष व पुरुषोत्तम शर्मा मंत्री पद पर सर्वसम्मति से कार्यरत रहेंगे। बैठक में जोधपुर से वास्तु विशेषज्ञ रमेश भोजराज द्विवेदी, ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान के अध्यक्ष डॉ.भैरूप्रकाश दाधीच तथा काशी विद्वत परिषद से आचार्य प्रवीण पांडेय ने भी विचार रखे।