बूंदी के सामान्य चिकित्सालय में शुक्रवार को चिकित्सामंत्री के आने की सुगबुगाहट सुनकर अतिरिक्त जिला कलक्टर निरीक्षण करने पहुंचे, जहां चौंका देने वाले तथ्य सामने आए।
बूंदी•Jan 04, 2020 / 12:24 pm•
पंकज जोशी
कोटा अस्पताल में मासूमों की मौत के बाद अब बूंदी अस्पताल से आई यह चौंकाने वाली बात
बूंदी. बूंदी के सामान्य चिकित्सालय में शुक्रवार को चिकित्सामंत्री के आने की सुगबुगाहट सुनकर अतिरिक्त जिला कलक्टर निरीक्षण करने पहुंचे, जहां चौंका देने वाले तथ्य सामने आए। बूंदी के चिकित्सालय में अकेले दिसम्बर माह में 10 बच्चों की मौत होने की बात सामने आई। हालांकि यहां मौजूद चिकित्सा अधिकारियों ने इसे सामान्य प्रक्रिया बताकर अपनी जिम्मेदारियों पर पर्दा डाल लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत के मामलों को देखने के लिए सडक़ मार्ग से चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास निकले थे। दोनों ही मंत्रियों के बूंदी जिला चिकित्सालय को भी देखने की कांगे्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया पर मैसेज डाले। इन्हें देखकर दोपहर को अतिरिक्त जिला कलक्टर (सीलिंग) एयू खान चिकित्सालय में पहुंचे और निरीक्षण किया। उन्होंने यहां की व्यवस्थाओं को जांचा और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। जब बच्चों की मौत के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि दिसम्बर -2019 में चिकित्सालय में 10 बच्चों की मौत हो चुकी। इनमें 9 नवजात और एक बच्चा कुपोषण से मरा बताया। इसे सुनकर एक बारगी तो अतिरिक्त जिला कलक्टर भी चौंक गए, लेकिन बाद में उन्हें प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने इसे सामान्य बात होने की बात कही।
चिकित्सा शिशु इकाई में बच्चों का देखा हाल
निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ने मौसमी बीमारियों के आ रहे मरीज, उन्हें सरकार की ओर से मिल रही सुविधाओं और दवाइयों की जानकारी ली।उन्होंने गहन चिकित्सा शिशु इकाई में बच्चों को भी देखा। साथ चले पीएमओ से सरकार की ओर से बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।निरीक्षण के दौरान एडीएम को शिशु इकाई में 24 वार्मर सही मिले। इसमें सभी में ऑक्सिजन की पाइप चालू अवस्था में थी।
वार्डों का किया निरीक्षण, मरीजों से जाने हाल
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने चिकित्सालय के वार्डों का भी जायजा लिया। यहां भर्ती मरीजों से व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। हालांकि कुछ लोगों ने चिकित्सालय में साफ-सफाई नहीं होने और मच्छरों की भरमार रहने की जानकारी मीडिया कर्मियों को दी।
जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया था, जिसमें पता चला कि दिसम्बर माह में दस बच्चों की मौत हो गई। पीएमओ ने बताया कि यह सब सामान्य प्रक्रिया के तहत हुआ। चिकित्सालय में सुविधाओं की कोई कमी नहीं। सुविधाएं अधिक बेहतर रहे इसके लिए सभी को दिशा-निर्देश दे दिए।
एयू खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर (सीलिंग), बूंदी
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