2007 से2019 तक पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ, जिसमें सर्वाधिक पर्यटक 2011 में सत्रह हजार आए, उसके बाद से ही पर्यटकों का ग्राफ कम होता रहा। पर्यटक बढ़ाने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बन पाई। बेहतरीन सडक़ें व सफाई व्यवस्था माकूल ना होने से 2019 के बाद से ही बूंदी में विदेशी पर्यटकों का ग्राफ लगातार कम होता जा रहा है। 2024 में बूंदी में 8707 विदेशी पर्यटक बूंदी भ्रमण पर आए है। विदेशी पर्यटक तो लगातार कम हो रहे है, लेकिन देसी टूरिस्ट ने बूंदी के धार्मिक व पर्यटन स्थलों को ऑक्सीजन देने का काम किया है। 2024 में 627191 देसी पर्यटकों ने धार्मिक व पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया है।
सिर्फ सिंगल डे स्टे
यहां का ऐतिहासिक वैभव पर्यटकों को यहां तक लाने में पूरी तरह समर्थ है। विरासत को देखने मे 3 दिन का समय लगता है, लेकिन पर्यटक एक ही दिन स्टे कर रवाना हो जाता है। उदयपुर और चित्तौड़ से आने वाले पर्यटक सीधे रणथंभोर निकल जाते है।पर्यटक यहां रुके इसके लिए ठोस योजना बने पर्यटको को सुविधाएं मिले।
बूंदी में मनाए जाने वाले उत्सवो में बूंदी महोत्सव, कजली तीज मेला, पर्यटन दिवस, बूंदी स्थापना दिवस, राजस्थान दिवस प्रमुख है। इस उत्सव का प्रचार प्रसार विश्व स्तर की ट्रेवलिंग एजेंसियों तक पहुंचे तो यहां पर्यटक बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है।
गढ़ पैलेस में हो रहा रिनोवेशन
बूंदी में सबसे अधिक पर्यटक गढ़ पैलेस व चित्रशाला देखने आते है। गढ़ पैलेस में लगातार रिनोवेशन के कार्य होने व सफाई होने से पर्यटक लगातार बढ़ रहे है। वही पुरात्तव विभाग के अधीन रानीजी की बावड़ी में तो पर्यटक आ रहे है, लेकिन सुखमहल व चौरासी खम्भों की छतरी में पर्यटक कम हो रहे है।
वर्ष देसी विदेशी
2006 24332 9072 2007 34781 10665 2008 50406 13244 2009 55150 13695 2010 5386 16188 2011 5800 1, 17148 2012 57013 16524 2013 50539 15740
2014 50521 15085 2015 54899 15370 2016 59884 15420 2017 60773 16442 2018 70452 16534 2019 70946 14660 2020 19022 4183 2021 16959 52 2022 376061 2379
2023 620960 7406 2024 627191 8707
स्रोत पर्यटन विभाग