जिले के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सालय की गहन चिकित्सा इकाई (आइसीयू) में वातानुकूलित यंत्र दम तोड़ गए। मंगलवार को यहां पंखें चलते दिखे। सुनने में भले अजीब लगे लेकिन इन हालातों ने यहां भर्ती मरीजों की 42 डिग्री तापमान में सांसें उखड़ा दी।
बूंदी•May 20, 2020 / 08:25 pm•
पंकज जोशी
‘ए’ श्रेणी के जिला चिकित्सालय के हाल, आइसीयू में भर्ती हुए तो पंखा घर से लाओ
‘ए’ श्रेणी के जिला चिकित्सालय के हाल, आइसीयू में भर्ती हुए तो पंखा घर से लाओ
-मामला मुख्यमंत्री कार्यालय व जिला प्रभारी मंत्री तक पहुंचा
बूंदी. जिले के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सालय की गहन चिकित्सा इकाई (आइसीयू) में वातानुकूलित यंत्र दम तोड़ गए। मंगलवार को यहां पंखें चलते दिखे। सुनने में भले अजीब लगे लेकिन इन हालातों ने यहां भर्ती मरीजों की 42 डिग्री तापमान में सांसें उखड़ा दी। बावजूद चिकित्सालय प्रशासन गंभीर नहीं दिखा। मामला मुख्यमंत्री कार्यालय एवं जिले के प्रभारी मंत्री तक पहुंच गया।
आइसीयू में आधा दर्जन एसी लगे हुए बताए, लेकिन चिकित्सालय प्रशासन ने इन्हें समय रहते ठीक नहीं कराया। जबकि इस मसले में यहां तैनात स्टाफ कई बार चिकित्सालय प्रशासन को अवगत करा चुका। मामला जिला प्रशासन के अधिकारियों के भी ध्यान में लाया गया, लेकिन लॉकडाउन के बीच किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। मंगलवार को यहां आइसीयू में सभी बेड पर मरीज भर्ती हो गए। दोपहरी के वक्त सभी की सांसें उखड़ी हुई थी। मौजूद तीमारदारों ने बताया कि यह हाल सुधरने चाहिए। आइसीयू में पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय और जिले के प्रभारी मंत्री को दी।
वार्डों के भी हाल बेहाल
अस्पताल के कई वार्डों के हाल खराब हो गए। गर्मी के चलते वार्डों में मरीजों को अपने स्तर पर पंखे और कूलर की व्यवस्था करनी पड़ गई। यहां अभी तक कोई गंभीर नहीं दिख रहा। भीषण गर्मी के बाद भी कूलर नहीं लगाए गए। जबकि चिकित्सालय ‘अ’ श्रेणी का बताया।
घर से टेबल-पंखा लेकर आओ
आइसीयू में दोपहर को भर्ती बुजुर्ग के परिजनों को यहां तैनात स्टाफ ने आते ही कह दिया कि टेबल और पंखा घर से लाना होगा। वार्ड का स्टाफ पांच बार प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से मिल चुका। जब परिजनों को यह हाल दिखा तो वह निजी चिकित्सालय में जाने को मजबूर हो गए।
बूंदी जिले के एकमात्र ‘अ’ श्रेणी का चिकित्सालय जहां आपातकाल स्थिति में पूरे जिले से मरीज आ रहे। ऐसी स्थिति में एकमात्र आइसीयू के सभी एसी खराब हो गए। इसे कोई गंभीरता से नहीं ले रहा। पीएमओ बात नहीं करना चाहते। पूरे मामले की जानकारी प्रभारी मंत्री व मुख्यमंत्री कार्यालय को दी गई। बुधवार को जिला कलक्टर से मिलेंगे।’
मनीष मेवाड़ा, प्रवक्ता, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी
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