दरअसल, जिला मुख्यालय से मात्र चार किलोमीटर दूर जलती हुई पराली का वीडियो वायरल हो रहा है, जिससे वायु प्रदूषण फैल रहा है। इस वीडियो के वायरल होते ही प्रशासन के अफसरों में हड़कम्प मच गया है। आनन-फानन में सरकारी मशीनरी को सड़कों पर उतरकर AQI में सुधार की कवायद शुरू दी गर्इ है। प्रशासन ने प्रदूषण फैलाने वाले 56 लोगों को चिन्हित कर नोटिस जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही प्रशासन ने पांच किसानों पर पांच-पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इतना ही नहीं अफसरों ने क्रेशरों को भी सात दिन के लिए बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
बकौल प्रशासन बुलंदशहर में आने वाले कुछ दिनों तक निर्माण कार्य नहीं होंगे और जनरेटर भी नहीं चलेंगे। अपर जिला अधिकारी फाइनेंस का कहना है की जिले में आम आदमी को जागरूक करने के लिए होर्डिग्स और बैनरों का भी सहारा लिया जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर बैनर टांगकर वायु में जहर नहीं घोलने का संदेश दिया जा रहा है। शहर में लाउडस्पीकर से मुनादी भी कराई जा रही, ताकि बढ़ते वायु प्रदूषण को किसी हद तक कम किया जा सके। प्रशासन ने वायु प्रदुषण रोकने में नाकाम रहने पर खुर्जा व बुलंदशहर नगर पालिकाओं के ईओ को नोटिस भी जारी किया है। जबकि खुर्जा के 3 सफाई कर्मचारी भी कूड़ा जलाने पर निलंबित कर दिए गए हैं।
किसानों से प्रदूषण नहीं फैलाने की अपील इस संबंध में एडीएम फाइनेंस मनोज कुमार सिंघल ने बताया कि जहां-जहां पराली जलाई जा रही है। वहां लोगों को नोटिस दिए जा रहे हैं। सभी लोगों को आदेश दे दिए गए हैं कोई भी व्यक्ति या कंपनी अवैध तरीके से सामान को न जलाए। इसके साथ ही सभी लोगों और किसानों से प्रदूषण नहीं फैलाने की अपील की गई है।