मामला बढ़ता देख यामी ने ट्विटर पर अपना पक्ष रखा है। यामी ने असम के एक मीडिया हाउस के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘मेरा रिएक्शन सिर्फ सेल्फ डिफेंस था। एक महिला होने के नाते मैं तब बहुत असहज हो जाती हूं, जब कोई मेरे बहुत करीब आ जाता है। मुझे या किसी भी लड़की को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है। मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती, लेकिन यदि कोई बर्ताव या व्यवहार बुरा लग रहा है तो उसके खिलाफ आवाज उठाना या उसे रोकना भी बेहद जरूरी है।’
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर लोग यामी को काफी आलोचना कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि कभी भी अब दोबारा मेरे राज्य में नहीं आना। तुमने हमारी संस्कृति और हमारी भावना का अनादर किया है … गामुसा हमारी शान है। वहीं एक यूजर ने ये भी लिखा, ‘आप उसे हाथ में भी ले सकती थी!! समस्या हम जैसे लोगों की है जो आपको सर आंखों पर बिठा लेते हैं!!’