इस फिल्म के बाद उन्हें साल 2003 में आई फिल्म ‘कल हो न हो’ (Kal Ho Na Ho) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। प्रीति को उनके पहले इंटरनेशनल किरदार कनेडियाई फिल्म ‘हेवन ऑन अर्थ’ के लिए सिल्वर ह्यूगो पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। आपको बता दें कि प्रीति जिंटा 2000 के दशक की प्रसिद्ध एक्ट्रेसेस में से एक हैं। आज बात प्रीति के करियर से जुड़े के उस किस्से की जो बॉलीवुड में उनके डेब्यू से जुड़ा हुआ है।
दरअसल प्रीति जिंटा बॉलीवुड में शेखर कपूर की फिल्म ‘ता रा रम पम’ से डेब्यू करने वाली थीं, लेकिन उन्होंने इस फिल्म करने न करने का फैसला एक टॉस पर छोड़ दिया। ऐसा उन्होंने खुद बताया, दरअसल प्रीति ने एक टॉस करके ही यह फैसला किया था उन्हें इस फिल्म में काम करना है या नहीं।
सिमी गरेवाल के साथ रेंडेज़वस पर प्रीति ने बताया, “यह बिल्कुल परफेक्ट कहानी लगती है, लेकिन नहीं। मुझे लगता है कि जब मैं शेखर से मिली थी और वह चाहते थे कि मैं उनकी फिल्म ‘तारा रम पम पम’ करूं, तो मैं बिल्कुल एक बच्ची की तरह बस शेखर कपूर को देख रही थीं। और मैं बस कूल होना चाहती थी, इसलिए मैंने कहा, ठीक है। अगर यह नियति है, तो मैं सिर्फ इस सिक्के को उछालूंगी। अगर हेड्स आएगा तो मैं फिल्म करुंगी और टेल आया तो नहीं करूंगी।”
जब सिमी ने प्रीति से पूछा कि अगर टेल्स आ जाता तो वह क्या करतीं? इस पर प्रीति ने जवाब दिया, ***** मैं पक्का कहती हूं, मैं फिल्म साइन नहीं की है।” सिमी ने आश्चर्य से प्रीति की ओर देखा और कहा कि क्या सच में एक फिल्म के ऑफर को उन्होंने इतने हल्के में लिया था। इस पर प्रीति मुस्कुरा देती हैं।
आपको बता दें प्रीति की पहली बतौर नायिका पहली फिल्म थी ‘सोल्जर’। इस फिल्म में उनके अपोजिट बॉबी देओल नजर आए थे। ये फिल्म भी उस साल की सबसे सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी। इसके बाद प्रीति ने कई फिल्मों में काम किया लेकिन अब ऐसा लगता है कि उन्होंने फिल्मों से किनारा ही कर लिया है। वो अब फिल्मों में न के बराबर ही नजर आती हैं।