संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्मों के दम पर अनगिनत अवॉर्ड्स हासिल किए हैं। ‘नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स’, ‘फिल्मफेयर अवॉर्ड्स’, ‘पद्म श्री’ समेत कई अविश्वसनीय अवॉर्ड्स अपने नाम करने वाले संजय लीला भंसाली पर्सनल लाइफ में एकदम अकेले हैं। 58 साल की उम्र होने के बाद भी उन्होंने शादी नहीं की है। हालांकि ऐसा नहीं है कि उनका नाम कभी किसी के साथ जुड़ा नहीं हैँ। अन्य सेलेब्स की तरह ही उनका नाम भी किसी के साथ जोड़ा गया और वो कोई और नहीं बल्कि मशहूर कोरियोग्रॉफर वैभवी मर्चेंट हैं। एक वक्त पर तो दोनों की शादी की खबरें भी सामने आईं लेकिन आखिर में दोनों की शादी नहीं हो पाई।
बात है 1999 की है जब संजय लीला भंसाली फिल्म ‘दिल दे चुके सनम’ बना रहे थे। यह वहीं मौका था जब पहली बार वे और वैभवी मर्चेंट एक साथ नजर आए। बता दें कि बतौर कोरियोग्रॉफर ये वैभवी मर्चेंट की पहली फिल्म थी।
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एक मच्छर को लेकर ट्रोल हो गईं दिव्यांका त्रिपाठी, एक्ट्रेस ने दिया जबरदस्त रिएक्शन उन्होंने इस फिल्म के गाने ‘ढोली तारो ढोल बाजे’ को कोरियोग्राफ किया था, जिसके लिए उन्हें काफी तारीफें मिलीं। इस फिल्म के दौरान संजय लीला भंसाली और वैभवी सिर्फ अच्छे दोस्त बने थे लेकिन कहा जाता है कि साल 2007 दोनों के लिए काफी खास था। इस दौरान संजय लीला भंसाली की फिल्म सांवरिया रिलीज हुई थी और यहीं से दोनों काफी नजदीक आ गए थे।
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फैमिली प्लानिंग पर प्रियंका चोपड़ा का आया जवाब, बोली भगवान की कृपा से…. इसके बाद संजय लीला भंसाली और वैभवी मर्चेंट एक साथ पब्लिक प्लेस पर भी स्पॉट किए जाने लगे थे। इतना ही नहीं, दोनों इस फिल्म के प्रीमियर पर भी एक साथ पहुंचे थे और दोनों को इस तरह साथ देखकर हर कोई हैरान रह गया था, जिसके बाद ही दोनों के रिलेशनशिप की चर्चाएं जोरों पर थीं। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों के परिवार के एक करीबी सूत्र ने बताया था कि मार्च 2008 में दोनों शादी करने वाले थे, जिसकी तैयारियां भी चल रही थीं।
फिर ‘मुंबई मिरर’ की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि, संजय भंसाली और वैभवी मर्चेंट के बीच कई तरह के मतभेद थे और इसी वजह से दोनों ने अपना रिश्ता खत्म कर दिया था। वैभवी मर्चेंट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा भी था कि ‘मैं संजय से काफी क्लोज हूं। हम आज भी बहुत अच्छे दोस्त हैं। लेकिन ये भी सच है कि मैं बहुत शर्मीली लड़की हूं और जब मैं किसी रिश्ते में थी, तब भी मैं पब्लिक प्लेस में अपने बॉयफ्रेंड के साथ हाथों में हाथ डालकर नहीं घूम सकती थी।
मुझे ये सब बहुत ही बनावटी लगता है। इसके आगे वैभवी ने कहा था, ‘मैंने और संजय ने उम्मीद की थी कि हमारे बीच जरूर कुछ होगा। हमने अपने आपको समय दिया और इसे आजमाया भी था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।’