एक्टर नहीं डायरेक्टर बनना था सलमान खान का पहला सपना, स्क्रिप्ट लेकर दर दर भटका किया करते थे दंबग हीरो
बॉलीवुड के दंबग एक्टर सलमान खान की एक्टिंग का हर कोई दीवाना है। वहीं बहुत कम लोग जानते है एक्टिंग में कदम रखने से पहने सलमान डायरेक्टर बनने का सपना आंखों में लिए दर दर भटका किया करते थे।
वांटेड , दबंग मैने प्यार किया, बजरंगी भाईजान, टाइगर जिंदा है जैसी बेहतरीन फिल्मों में लीड एक्टर का रोल निभाने वाले सलमान खान को कौन नहीं जानता। सलमान खान बॉलीवुड के जाने-माने सितारे और देश के सुपरस्टार में गिने जाते हैं। सलमान खान का स्टारडम देखते ही बनता है। सलमान खान की फैन फॉलोइंग इस हद तक है कि इसकी तुलना नहीं की जा सकती। वहीं कुछ फैन तो सलमान को भगवान की तरह मानते हैं पर बहुत ही कम लोग जानते हैं कि सलमान खान का पहला सपना सुपरस्टार नहीं बल्कि डायरेक्टर बनने का था। सलमान खान बचपन से ही जानते थे कि उन्हें लाइफ में क्या करना है। सलमान खान डायरेक्ट बनने का सपना अपनी आंखों में पाले बैठे थे। कैमरे के पीछे रहकर वे अपना नाम कमाना चाहते थे, तो आइए बताते हैं आपको सलमान खान के डायरेक्टर बनने का पूरा किस्सा।
दरअसल, यह हर कोई जानता है कि सलमान खान का फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखते है और यही कारण है जो उनके अंदर फिल्म बनाने का जुनून आ गया पर उन्हें कोई चांस देने के लिए तैयार नहीं था। सलमान खान ने ऐसा वक्त भी देखा है जहां वह स्क्रिप्ट लेकर दर-दर भटकते थे, लेकिन उन्हें एक एक मौका देने को कोई तैयार नहीं था जिस बात को खुद सलमान खान ने स्वीकार किया है। एक मीडियम फर्म को दिए गए इंटरव्यू में सलमान खान ने बताया कि उनकी ख्वाहिश एक्टर से ज्यादा डायरेक्टर बनने की थी। प्रभु चावला को दिए गए इंटरव्यू में सलमान खान कहते हैं कि मुझे डायरेक्टर बनना था और यही कारण था जो मैं स्क्रिप्ट लेकर इधर-उधर भटकता था।
एक्टिंग में अपना हाथ अजमाने से पहले मैं असिस्टेंट था और उससे पहले मैं मॉडलिंग किया करता था और यह उस वक्त की बात है जब ना मेरे पास हाइट हुआ करती थी और ना ही बॉडी और कोई पर्सनैलिटी भी नहीं थी। उस वक्त में मोहल्ले का दादा, पुलिस इंस्पेक्टर, लोहे जैसी फिल्में बना करती थी, जिसमें मेरे फिट होने का कोई चांस ही नहीं रहता था। आगे सलमान खान बताते हैं कि उस दौर में मैं बतौर हीरो परफेक्ट नहीं हुआ करता था। मेरा वजन उस वक्त 48 किलो था। जब भी मैं स्क्रिप्ट लेकर जिस किसी के पास भी जाता था उनसे मुझे सिर्फ यही सुनने मिलता था कि तुम अभी यंग हो एक्टिंग में क्यों नहीं ट्राई करते। लेकिन मैं फिर भी अपनी स्क्रिप्ट लेकर दरबदर भटकता रहता था और पूरी कोशिश किया करता था कि कहीं तो मुझे डायरेक्टर बनने का चांस मिल जाए।
वहीं कुछ समय बाद ‘बीवी हो तो ऐसी’ फिल्म का मुझे ऑफर आया, जिसकी स्क्रिप्ट को सुनकर मैंने उसे तुरंत साइन कर दिया। फिल्म की कहानी काफी अच्छी लगी थी, वही जब इस फिल्म का काम मैंने देखा तो मैंने यही दुआ मांगी थी इस फिल्म को कोई ना देखें क्योंकि मैं बहुत बुरा दिख रहा था। इसके बाद मैंने मैंने प्यार किया।बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान सलमान खान के पिता सलीम खान ने कहा था कि वह अपनी तीनों बेटों में से किसी एक बेटे को क्रिकेटर बनाना चाहते थे। सलीम खान ने बताया था कि उनके पूरे परिवार को क्रिकेट देखने का बड़ा शौक है और वह इसमें काफी इंटरेस्ट भी रखते हैं, लेकिन उनका यह ख्वाब ख्वाब ही रह गया।