निचली अदालत ने उनकी जमानत याचिका दो बार खारिज कर दी थी। रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने कोर्ट में दलील दी थी कि उन्हें रीहा किया जाए क्योंकि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर इसका असर पड़ रहा है। अब जब रिया को जमानत मिल गई है तो सतीश मानेशिंदे ने कहा कि ये सच्चाई और न्याय की जीत हुई है। हमें खुशी है कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने रिया को जमानत दे दी है। ये न्याय की जीत है। सभी सबूतों को देखने के बाद उन्हें जस्टिस सारंग वी कोटवाल ने जमानत दी है। रिया को जिस तरह से परेशान किया गया वो बहुत हैरान करने वाला था।
सतीश मानेशिंदे ने आगे कहा कि रिया को जैसे गिरफ्तार कर लिया गया और फिर तीन जांच एजेंसियों सीबीआई, ईडी और एनसीबी द्वारा परेशान किया गया ये कानून से परे था। हालांकि अंत में सच की जीत होनी थी। हमने हमेशा सच का साथ दिया। सत्यमेव जयते। बता दें कि एनसीबी को रिया के घर में भारी मात्रा में ड्रग बरामद हुई थी। जिसके बाद उनका कहना था कि अगर वो बाहर आती हैं तो तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर सकती हैं। रिया पर आरोप है कि वो ड्रग्स की खरीद-फरोख्त करती थीं और उनकी कई ड्रग पैडलर्स से अच्छी जान-पहचान है।