फिल्म की कहानी
महात्मा गांधी अपने बचपन में एक रात सोते रहते है और उन्हें लघु शंका होती है और वह अपनी मां को पुकारते हैं। इस पर उन्हें मां कहती है कि अब वह बड़े हो गए हैं और उन्हें खुद लघुशंका करने जाना चाहिएl इस पर बापू मां से कहते हैं कि उन्हें अंधेरे से डर लगता है। मां उन्हें सलाह देती है कि वह उन्हें राम, राम, राम नाम का जप करते हुए आगे बढ़ना चाहिएl इसके बाद वीडियो में बापू को हाथ में दिया लेकर अकेले आगे बढ़ते हुए दिखाया गयाl इस वीडियो को भारत के सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रिलीज किया है।
प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया ट्वीट सोशल मीडिया पर फिल्म जारी करते हुए उन्होंने लिखा है, ‘गांधी जयंती के अवसर पर हम ‘हे राम’ नामक शॉर्ट फिल्म बापू को श्रद्धाजंलि के तौर पर रिलीज कर रहे हैंl इसमें महात्मा गांधी के बचपन में किस प्रकार निडरता के भाव लाए गए थे, उसे दर्शाया गया है। यह फिल्म एफटीआईआई पुणे और ला फेमिस पेरिस नामक फिल्म स्कूल के माध्यम से बनाई गई है।’
गौरतलब है की बापू की 150 वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद गुजरात में रहकर बापू को श्रद्धांजलि दी।