उनसे यह पूछे जाने पर कि क्या अभिनय में आना उनकी स्वाभाविक पसंद थी, या कलकारों के परिवार में शादी करने के बाद उन्हें यह विचार आया, इस पर रागिनी ने आईएएनएस को बताया, ऐसा नहीं है, मैं एक डांसर हूं और वह हमेशा मेरे ध्यान में रहत है। मैं कभी भी नृत्य और मॉडलिंग के अलावा कुछ और नहीं करना चाहती थी। क्योंकि मैं डांस सीखने और अभ्यास करने के लिए फोकस्ड रहना चाहती थी। मैं एक डांस स्टूडियो का भी हिस्सा हूं, इसलिए मैं वहां काफी व्यस्त रहती हूं।
उन्होंने आगे कहा, शादी के बाद अभिनय में एक नया करियर शुरू करना आसान नहीं है, खासकर हमारे समाज में। लेकिन मेरा परिवार हमेशा बहुत सहयोगी रहा है और उन्होंने मुझ पर विश्वास किया। उन्होंने हमेशा मुझे एक नए क्रिएटिव एवेन्यू को लेकर कोशिश करने और किसी भी संभावना के लिए खुद को सीमित न करने के लिए प्रोत्साहित किया। रघु सरमथ द्वारा निर्देशित, कन्नड़ फिल्म लॉ में सिरी प्रहलाद, अच्युत कुमार, मुख्यमंत्री चंद्रू, कृष्णा हेब्बले, राजेश नटरंगा और मंड्या रमेश भी हैं।
उनसे पूछने पर कि क्या वह बॉलीवुड में कदम रखने की योजना बना रही हैं? इस पर अभिनेत्री ने जवाब दिया, मैंने कभी सिनेमा में करियर बनाने की योजना नहीं बनाई। मैंने इस फिल्म में सिर्फ इसलिए काम किया, क्योंकि मुझे लगा कि यह विषय बहुत महत्वपूर्ण है। भविष्य में, मुझे ऐसी किसी भी कहानी का हिस्सा बनना पसंद होगा, जिसकी सामाजिक प्रासंगिकता हो। व्यक्तिगत रूप से, एक डांसर होने के नाते, मैं स्वाभाविक रूप से पौराणिक पात्रों के प्रति आकर्षित हूं। बहुत सारी पौराणिक महिला पात्र हैं जो मजबूत और जटिल हैं, और किसी दिन मैं इस तरह के एक चरित्र को निभाना पसंद करूंगी।