उन्होंने कहा, ‘एक मुस्लिम और रूढ़िवादी परिवार से आने वाली सायरा खान का इस फिल्म में काम करना सरल काम नहीं था। यह उनके लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण था।’
उन्होंने आगे कहा, ‘सायरा को इस फिल्म में लेने के पहले बहुत संघर्ष करना पड़ा और हमें भी बहुत प्रतीक्षा करनी पड़ी लेकिन इस फिल्म की भूमिका के साथ जो न्याय उन्होंने किया वैसा कोई नहीं कर पाता।’ रुपेश पॉल ने आगे बताया, कहा, ‘जब मुझे सायरा निधन का पता चला तो मैं सदमे में चला गया। मुझे इस बात का ज्यादा दुख हुआ कि उसके जाने के बाद भी किसी ने उसके प्रति संवेदना व्यक्त नहीं की। जबकि वह एक अच्छी अभिनेत्री थी। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह उसकी आत्मा को शांति प्रदान करें।’