ललिता पंवार को फिल्मों में खलनायिका बन मिली पहचान
एक नए एक्टर ने गलती से उन्हें इतनी जोर से थप्पड़ मार दिया कि उन्हें फेशियल पेरालेसिस हो गया
फिल्मों में खलनायिका के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली ललिता पंवार का जन्म 18 अप्रैल 1916 को नासिक में हुआ था। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत 9 साल की उम्र में फिल्म “राजा हरिशचंद्र” से की। बाद में उन्होंने साइलेंट फिल्मों में लीड रोल निभाएं।
हादसे ने की आंख खराब
1942 में फिल्म “जंग-ए-आजादी” के सीन के दौरान नए एक्टर मास्टर भगवान ने गलती से उन्हें इतनी जोर से थप्पड़ मार दिया कि उन्हें फेशियल पेरालेसिस (लकवा) हो गया और उनकी बायीं आंख पर जबरदस्त चोट आई। 3 साल के लिाज के बाद वे ठीक हुई, लेकिन उनकी आंख में थोड़ी खराबी रह गई। इसके चलते उन्होंने लीड रोल छोड़कर कैरेक्टर रोल्स की तरफ स्विच किया।
खलनायिका बन कमाया नाम
ललिता को अपने बाद के काम के लिए ज्यादा पहचान मिली। वे फिल्मों में खलनायिका खास कर की बुरी सास के रूप में जानी जाने लगी। फिल्म “अनाड़ी” में उन्होंने एक दयालू लेकिन स्ट्रिक्ट महिला का किरदार निभाया। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिग एक्ट्रेस काअवॉर्ड मिला। उन्होंने मशहूर सीरियल “रामायण” में “मंथरा” का किरदार भी निभाया। 24 फरवरी 1998 को ललिता दुनिया को अलविदा कह गई। अपने करियर में उन्होंने करीब 700 से ज्यादा हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया।
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