15 साल की मां का निभाया किरदार
फिल्म ‘सोनचिड़िया’ ( Sonchiriya ) में काम करने को लेकर अभिनेत्री ने कहा, ‘मैं अभिषेक चौबे की बड़ी प्रशंसक हूं। उन्होंने मुझे ‘सोनचिड़िया’ के लिए बुलाया और स्क्रिप्ट सुनाई। फिल्म की कहानी सुन मैंने इसका हिस्सा बनने की ठान ली। हालांकि, मेरे मन में कुछ सवाल थे कि क्या मैं 15 साल की मां का किरदार निभा सकती हूं? क्या मैं भारत के छोटे कस्बे में वापस जाउंगी?
टफ किरदार के लिए लिया चैलेंज
एक्ट्रेस का कहना है, ‘मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही बात चल रही थी कि मुझे एक के बाद एक बेहतरीन फरफॉर्मेंस देनी हैं। इसके अलावा कुछ भी मेरे लिए मायने नहीं रखता। ‘सांड की आंख’ फिल्म्म में मेरा किरदार एक साहसी दादी का था जो मैंने खूब एन्जॉय किया। सबसे खास बात यह थी कि दादी के डायलॉग से ज्यादा उनकी बंदूक बोलती थी। अभिषेक ने मुझे बताया था कि यह किरदार भावनात्मक और शारीरिक रूप से टफ होने वाला है। इसलिए मैंने इस चैलेंज को स्वीकार किया।’
‘सोनचिड़िया’ ने बदल दिया जीवन
अभिनेत्री का कहना है कि फिल्म ‘सोनचिड़िया’ ने उनके जीवन को बदलकर रख दिया। मैं सिनेमा में अपनी छाप छोड़ना चाहती थी और मेरी फिल्म ‘सांड की आंख’ और ‘सोनचिड़िया’ इस लिस्ट का हिस्सा हैं। मुझेे महसूस होता है कि ये मेरी फिल्में है और मैं इनकी मालिक हूं।
लीक से हटकर निभाए किरदार
डेब्यू फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ में भूमि ने अधिक वजनी महिला का किरदार निभाया। इसके बाद भूमि ने ‘टॉयलेट: एक प्रेमेकथा’ और ‘सोनचिड़िया’ में अपनी दमदार एक्टिंग से ना केवल अपने आपको साबित कर दिखाया बल्कि यह भी जता दिया कि वे इंडस्ट्री में टिकने आई हैं। बॉलीवुड में कदम रखने के बाद भूमि ने कई फिल्में की और सभी में हटकर किरदार निभाए।