जब ससुराल पहुंचकर काजोल ने अजय की मां को नहीं कहा मां, जानें फिर क्या हुआ
शादी के बाद सास और बहू के बीच तालमेल बिठाना, सबसे बड़ी चुनौती होता है। इसमें कोई सफल होता है, तो कोई असफल। काजोल को भी ऐसी ही परेशानी आई थी, लेकिन वह और उनकी सास इस मुश्किल फेज़ से उबरने में सफल रहीं।
बॉलीबुड की पसंदीदा जोड़ियों में से एक काजोल और अजय देवगन भी हैं। इस जोड़े को फैंस काफी पसंद करते हैं। एक ओर जहां अजय देवगन शांत स्वभाव के हैं वहीं, काजोल चुलबुली टाइप की हैं। दोनों कई बार इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि काजोल घर में ज्यादा बोलती हैं। ऐसे में जब शादी के बाद काजोल अपनी ससुराल में नई-नई आई थीं तो उन्हें सास के साथ तालमेल बैठाने में थोड़ी दिक्कत आई थी। शादी को जिंदगी का नया चैप्टर कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह लाइफ का ऐसा फेज़ होता है, जो बिल्कुल न्यू होता है। विवाह के बाद नया घर, नए लोग, नया परिवार और नई जिम्मेदारियां जैसी चीजों का महिला पहली बार अनुभव लेती है। खासतौर से सास-बहू का रिश्ता और इसमें तालमेल बिठाना, उनके लिए ऐसा एक्सपीरियंस होता है, जो या तो सुखद याद बनता है या फिर झगड़ों की वजह। हालांकि, अगर शुरू में ही इशूज़ को समझदारी से सुलझा लिया जाए, तो सास-बहू भी मां-बेटी जैसा रिश्ता ताउम्र शेयर कर सकती हैं। ठीक इसी प्रकार अजय देवगन से शादी के बाद काजोल को अपनी सासू मां के साथ इस एक बात पर तालमेल बिठाने पर काफी दिक्कत आई थी। लेकिन दोनों ने जिस तरह इसे हैंडल किया, उसे सभी सीख ले सकते हैं।
काजोल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि शादी के कुछ समय बाद तक उन्हें देवगन परिवार में ढलने में परेशानी आई थी। ऐसा इसलिए हो रहा था क्योंकि उनका नेचर बाकी सब लोगों से बेहद अलग था। एक ओर काजोल जहां आउटगोइंग, अपनी दिल की बात साफ कहने वाली और चर्पी व्यक्तित्व वाली थीं, तो वहीं दूसरी ओर देवगन परिवार में सभी बेहद शांत और सॉफ्ट स्पोकन लोग थे। उनके लिए शादी के बाद यह सारी चीजें काफी अलग थी। इसी कारण वह कम बोलती थीं। इतना ही नहीं वह अपनी मर्जी से किचन में भी नहीं जाती थी। वहीं काजोल ने यह भी बताया था कि वह अजय की मां को मां कहकर नहीं बल्कि आंटी कहकर बुलाती थी लेकिन इस पर अजय की मां ने काजोल से कभी शिकायत नहीं की थी। ऐसे में एक बार वीणा देवगन की किसी दोस्त ने इस बात पर एतराज किया था लेकिन इस पर वीणा देवगन ने जो कहा वह हर सास को सुनना चाहिए। दरअसल आंटी बुलाए जाने की बात पर वीणा ने काजोल का साथ देते हुए मां न बुलाए जाने पर कहा ”जब बोलेगी दिल से बोलेगी”
आपको बता दें काजोल और अजय देवगन की पहली मुलाकात फिल्म ‘हलचल’ की शूटिंग पर हुई थी। जब काजोल, अजय से पहली बार मिली थीं तो यह देखा कि उन्हें एक किनारे अकेले बैठना पसंद है। ज्यादा बातें भी नहीं करते थे। तब काजोल को लगता था कि ऐसा भला कैसे हो सकता है कि कोई बात नहीं करे। हालांकि, धीरे-धीरे अजय देवगन काजोल से बात करने लगे और उनकी दोस्ती हो गई। इस फिल्म के बाद दोनों ने एक साथ कई फिल्में कीं, जो हिट रहीं जैसे ‘इश्क’, ‘प्यार तो होना ही था’, ‘दिल क्या करे’, ‘राजू चाचा’ और ‘यू मी और हम’। समय के साथ अजय और काजोल का प्यार परवान चढ़ता गया और 1999 में दोनों ने शादी कर ली।