उन्होंने कहा कि विषाणु से बचाव के लिए 1275 उड़ानों की जांच की गई है। इनमें एक लाख 39 हजार 539 लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 155 लोगों में विषाणु से संक्रमित होने के लक्षण पाए गए हैं। इसके अलावा 34 मामलों की जांच अभी प्रक्रिया में हैं और तीन व्यक्तियों में इस विषाणु की पुुष्टि हो गई है। उन्होंने बताया कि पुणे की प्रयोगशाला के अलावा देश में 11 अन्य प्रयोगशालाओं में भी विषाणु की जांच की जा रही है। इन प्रयोगशालाओं में 1189 मामलों की जांच की गई है जिनमें से 1152 नकारात्मक पाए गए हैं। अभी तक केरल में कोरोना विषाणु के तीन मामलों की पुष्टि हुई है। इन लोगों को अलग रखा गया है और इनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि चीन से लौटने वाले लोगों को सतर्कता बरतने और अपने घरों में कम से कम चार सप्ताह तक अलग थलग रहने को कहा गया है। सरकारी स्तर पर इन लोगों की लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों में विषाणु से संक्रमित होने के लक्षण पाए गए हैं उनको मानेसर तथा छावला में विशेष शिविरों में रखा जा रहा है।