2 साल पहले शुरू हुए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बस स्टैण्ड में 11 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल पार्र्किंग बनाए जाने की योजना को स्वीकृति मिल चुकी है। हाल तो यह है कि अधिकारियों ने राशि मिलने के बाद भी टेंडर जारी नहीं किया है।
शहर को स्मार्ट सिटी बनाने वाला नगर निगम खुद अपडेट नहीं, लोगों की शिकायतों का भी नहीं हो रहा निराकरण
शहर का हाल बेहाल
शहर में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से सभी हलाकान हैं। शहर के मुख्य मार्गों पर सड़क पर बेतरतीब खड़े वाहनों से हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नगर निगम के साथ-साथ ट्रैफिक पुलिस भी सडक पर बेतरतीब वाहनों को लिफ्ट करने में रुचि नहीं दिखा रही है।
कमर्शियल काम्प्लेक्स की पार्किंग भी बंद
कोविड-१९ संक्रमण के बीच हुए लॉक डॉउन में कमर्शियल कॉम्प्लेक्स पूरी तरह बंद थे। अब अनलॉक होने के बाद काम्प्लेक्स के संचालक संक्रमण बढऩे के मद्देनजर बेसमेंट पार्किंग का ताला नहीं खोला है। काम्प्लेक्स के बाहर वाहनों को पार्क किए जाने से परेशानी बढ़ रही है।
एसपी ऑफिस और कोतवाली की योजना ठंडे बस्ते में
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में पुराना बस स्टैण्ड के साथ-साथ एसपी कार्यालय परिसर की खाली जमीन और कोतवाली थाना परिसर की खाली जमीन पर मल्टीलेवर पार्किग को शामिल किया गया है। इन दोनों स्थानों पर पार्किंग के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। अब तक दोनो पार्र्किंग के निर्माण के लिए मुख्यालयस से हरझंडी नहीं मिली है।
पुराना बस स्टैण्ड में मल्टीलेवल पार्किंग के लिए राशि उपलब्ध है। टेंडर जारी करने की तैयारी कर ली गई है। कोतवाली और एसपी कार्याल्य में बनने वाले मल्टीलेवर पार्र्किंग के लिए अब तक कोई निर्देश मुख्यालयसे नहीं मिले हैं। काम्प्लेक्सों में पार्र्किंग खुलवाने का काम भवन निर्माण शाखा का है।
-पीके पंचायती, प्रभारी, योजना प्रकोष्ठ
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