सोमवार 5 सितंबर को दोपहर 12 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन से हावड़ा से अहमदाबाद एक्सपे्रस रवाना होने के बाद 12 बजकर 08 मिनट पर तारबाहर यार्ड पुराने आयल सायडिंग के सामने मीडिल लाइन में बेपटरी हो गई थी। इस ट्रेन के सबसे आखिरी में लगा मिल्क वैगन कोच पटरी से उतर गया था। सूचना मिलते ही इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, कमर्शियल, आपरेटिंग सहित अन्य विभाग के अफसर और स्टाफ मौके पर पहुंचे। गाड़ी को राइट टाइम भेजने के चक्कर में ट्रेन बेपटरी हुई थी।
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मिल्क वैगन कोच को पटरी पर लाने के बजाय यात्री कोच से अलग कर रायपुर के लिए रवाना कर दिया गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद मिल्क वैगन कोच को पटरी पर लाने का काम हुआ। कोरोना काल में रेलवे बोर्ड ने पुरानी ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाना शुरू कर दिया है। इन सारी ट्रेनों पर रेलवे बोर्ड स्वयं निगरानी कर रही है। इसे देखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन मुख्यालय और बिलासपुर रेल डिवीजन के अफसरों ने चर्चा की।
रेल जानकारों के अनुसार प्रारंभिक जांच में पाया गया कि जिस स्थान पर मिल्क वैगन कोच बेपटरी हुआ, वहां स्लीपर बदलने और पैकिंग का काम चल रहा था। अहमदाबाद के अतिरिक्त दूसरी गाड़ी के भी बेपटरी होने की पूरी संभावना थी। फिलहाल अहमदाबाद के गार्ड की सूझबूझ के कारण ट्रेन में सवार हजारों यात्रियों की जान बच गई। दूसरी ओर मामले की गंभीरता को देखते हुए जोन मुख्यालय ने विभागीय स्तर पर जांच टीम का गठन किया है। टीम को जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
नियम के तहत जांच
विभागीय जांच समिति घटना की जांच करेगी। यह पूरी तहर विभागीय नियम और कायदों के अनुसार होगा। समय पर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
-साकेत रंजन, सीपीआरओ, एसईसीआर