आशीष को ऑफर पसंद आया और उन्होंने चौथे माले का फ्लैट क्रमांक 402 को खरीदने इकरारनामा कराया। सांई संगम रियलटर्स के भागीदार प्रकाश चंदन सिंदार, पराग पांडुरंग वैद्य व प्रीति वैद्य से सौदा 28 लाख 78 हजार में तय किया। व्यवसायी ने अलग-अलग चेक से बिल्डरों को 6 फरवरी 2016 से 8 मार्च 2018 तक 31 लाख 51 हजार का भुगतान किया गया। पूरी राशि जामा होने की बात कहते हुए जल्द ही व्यवसायी को रजिस्ट्री कराने का झांसा एंजेट देता रहा।
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रजिस्ट्री न होने पर जब आशीष ने पता किया तो मालूम हुआ की फ्लैट को बिल्डर ने किसी और को बेच दिया है। बिल्डर व बुकिंग एजेंट से बात करने पर दोनों गलती को स्वीकर करते हुए दूसरा फ्लैट देने की बात कही थी लेकिन फ्लैट नहीं दिया। आशीष ने पुलिस को बताया कि दो साल घुमाने के बाद बिल्डर ने फ्लैट देने से इंकार कर दिया। पीडि़त की शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने धारा 420 के तहत अपराध दर्ज मामले में जांच कर रही है।