होना जरूरी होगा। यह कोर्स १८ माह का होगा। डीएलएड कोर्स करने वाले अप्रशिक्षित शिक्षक को प्रशिक्षण शुल्क १२ हजार रुपए देना होगा। इसे दो किश्तों में दे सकेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने बताया कि जिले के सभी अप्रशिक्षित अध्यापकों को १५ सितम्बर से पहले एनआईओएस पोर्टल पर पंजीयन करा लेना चाहिए। इसके बाद पंजीयन नहीं हो सकेंगे। प्रशिक्षण की अवधि ३ अक्टूबर से ३१ मार्च २०१९ तक होगी। पोर्टल पर पंजीयन १५ अगस्त से शुरू हो गए हैं।
अभी हाल ही में सम्पन्न हुई प्रधानाचार्यों व प्रधानाध्यापकों की काउंसलिंग के बाद उनके द्वारा दिए गए विकल्पों के आधार पर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने ५१३ संस्था प्रधानों के पदस्थापन आदेश जारी कर दिए गए है। इन पदोन्नत संस्था प्रधानों को ९ सितम्बर तक अपने नव पदस्थापित स्थान पर कार्यग्रहण करना होगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल के हस्ताक्षरों से जारी आदेशो में चयन वर्ष २०१७-१८ की डीपीसी में चयनित हुए ३१८ प्रधानाचार्यों के तथा १९५ माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को पदस्थापन दिया गया है।
शिक्षक दिवस पर ५ सितम्बर को प्रारंभिक शिक्षा के स्कूलों में शिक्षकों को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओÓ की शपथ दिलाई जाएगी। प्रारंभिक शिक्षा परिषद ने सभी प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारियों एवं पदेन जिला परियोजना समन्वयकों को सभी निजी, सरकारी, कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों के सभी शिक्षकों को यह शपथ दिलाने के निर्देश दिए हैं। परिषद के अति. आयुक्त जस्साराम चौधरी ने बताया कि इसके लिए शपथ पत्र का प्रारूप संस्था प्रधानों को भेजा गया है। यह योजना देश के १६१ जिलों व राज्य के १४ जिलों में संचालित है। कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम, बालिकाओं की शिक्षा एवं सर्वांगीण विकास के लिए यह कार्यक्रम राज्य में भी चलाया जा रहा है। जिला परियोजना समन्वयकों को स्कूलों में शपथ ग्रहण समारोह करने को कहा गया है।