पार्कों में काम आएगा शोधित पानी पब्लिक पार्क परिसर में छोटे-बड़े नौ पार्क हैं। इन पार्कों में वर्तमान में स्वच्छ पानी का उपयोग पेड-पौधों और हरियाली के लिए हो रहा है। पार्क परिसर में ही दो एमएलडी क्षमता के एसटीपी के बनने और रोज पानी शोधित होने से शोधित पानी का उपयोग पार्कों में हो सकेगा। इससे रोज हजारो लीटर स्वच्छ पानी की बचत होगी, जो पार्कों में हरियाली के लिए दिया जा रहा है।
एसटीपी, प्रयोगशाला और वाटर टैंक बनेंगे पब्लिक पार्क परिसर में बिश्नोई धर्मशाला के सामने स्थित नगर निगम के पंपिंग स्टेशन परिसर में सीवरेज प्रोजेक्ट के तहत कई कार्य होंगे। निगम सहायक अभियंता संजय ठोलिया के अनुसार प्रोजेक्ट के अनुसार एसबीआर तकनीक का दो एमएलडी क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, प्रयोगशाला, एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक, ओवर हैड टैंक और अण्डर ग्राउण्ड वाटर टैंक, चार दीवारी आदि का निर्माण होगा। वहीं पंपिंग स्टेशन परिसर में वर्तमान में 20 एमएलडी क्षमता का सीवरेज पंपिंग स्टेशन है। इसका अपग्रेडेशन होगा व इसकी क्षमता 30 एमएलडी की होगी। सहायक अभियंता के अनुसार एसटीपी से शोधित पानी का उपयोग पब्लिक पार्क परिसर में स्थित विभिन्न पार्कों में हरियाली, गार्डनिंग के लिए होगा। अभी पब्लिक पार्क के विभिन्न पार्कों में पेड़-पौधों और घास को पूरा पानी नहीं मिलने से हरियाली कम रहती है। शोधित पानी से पार्कों में पेड़-पौधों और घास को पूरा पानी मिलेगा।