मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने सरकार के एक साल का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘नदी जोड़ो’ योजना के तहत महत्वाकांक्षी इस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) का शीघ्र शिलान्यास होगा, जिससे प्रदेश के 21 जिलों में पेयजल, सिंचाई और उद्योग के लिए जरूरी पानी की समस्या खत्म हो जाएगी। इससे दौसा जिले के भी सभी शहरों और गांवों को फायदा मिलेगा। इस योजना पर करीब एक लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे, जिसमें राज्य सरकार को सिर्फ 10 फीसदी ही वहन करना पड़ेगा।
युवाओं में पुन: विश्वास बहाल
उन्होंने कहा कि राज्य में पेपर लीक की बढ़ती घटनाओं से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले नौजवानों के भविष्य पर प्रश्न चिह्न लग गया था। नई सरकार ने आते ही ऐसे अपराधों के खिलाफ कठोर कार्रवाई शुरू कर युवाओं में पुन: विश्वास बहाल किया है। राज्य सरकार ने पहली वर्षगांठ पर 76 हजार 617 नई वैकेंसी की घोषणा की है। इस दौरान मंत्री ने जिले व प्रदेश में कराए गए विकास कार्यों को भी गिनाया।
दौसा के तेजी से विकास का दावा
प्रभारी मंत्री ने कहा कि दौसा जिले की विशिष्ट भौगोलिक स्थिति एवं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की वजह से विकास का सबसे ज्यादा लाभ दौसा को होगा। यहां आगामी चार साल में बड़े स्तर पर विकास कार्य होंगे। दौसा जिला आईटी, लॉजिस्टिक, विनिर्माण एवं स्किल सेंटर का हब बनकर उभरेगा। सिकराय व महुवा विधानसभा क्षेत्र औद्योगिक क्षेत्र विकसित नहीं होने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इस पर काम चल रहा है, शीघ्र ही जगह उपलब्ध होगी। वहीं दौसा में स्टेडियम की दुदर्शा व खेलों के कोच नहीं होने पर मंत्री बोले कि शीघ्र बेहतर स्टेडियम तैयार होगा और प्रदेश सरकार कोच भी भर्ती करने जा रही है। जिले में ये पंच गौरव
हर जिले के उत्पादों और हुनर को देश-दुनिया में प्रोत्साहित करने के लिए ‘एक जिला, एक उत्पाद’ पर काम किया जा रहा है। इसके अलावा हर जिले की खासियतों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए ‘पंच गौरव’ की संकल्पना लाई गई है, जिसके तहत उनके प्रोत्साहन के लिए आधारभूत एवं नीतिगत मदद की जाएगी। इसके लिए दौसा जिले में एक उत्पाद के रूप में सिकन्दरा स्टोन ऑर्टिकल, एक उपज के रूप में सौंफ, एक प्रजाति के रूप में ढाक, एक खेल के रूप में फुटबॉल व एक गंतव्य के रूप में मेहन्दीपुर बालाजी मंदिर का चुनाव किया।