अवनी सिंह ने इस पर कहा कि गठबंधन को लेकर हार हुई है। भाजपा के सभी लोगों ने मुझे जी जान से इस चुनाव लड़ाया है। मैं उन सभी का धन्यवाद करती हूं। मैंने सपा और गठबंधन के प्रत्याशी को जीत की बधाई दे दी है। सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी ने जीतने के बाद कहा कि यह गठबंधन 2019 में भाजपा को धूल चटा देगा। कई ईवीएम खराब होने के बाद भी मेरी जीत हुई है।
नूरपुर में कुल 25 चरण में मतगणना हुई। जिसमें भाजपा प्रत्याशी अवनी सिंह को 6678 वोट से हार का सामना करना पड़ा। वहीं गठबंधन प्रत्याशी की जीत के बाद सपा-रालोद समर्थकों में खुशी की लहर है। गौरतलब है कि इस उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में सीएम योगी ने भी जनसभा को संबोधित किया था। वहीं कई जनपदों के भाजपा नेता व विधायक गांव-गांव जाकर लोगों से वोट देने की अपील कर रहे थे। जबकि सपा अध्यक्ष
अखिलेश यादव ने गठबंधन प्रत्याशी के समर्थन कोई जनसभा नहीं की।
ये हैं सपा-रालोद प्रत्याशी की जीत के कारण 1-सपा प्रत्याशी की जीत का सबसे बड़ा कारण गठबंधन 2-दलित वोट सपा प्रत्याशी को मिलना 3-नूरपुर क्षेत्र में मुस्लिम वोट ज्यादा होना 4-वोटिंग परसेंटेज बढ़ना
5-रमजान में भी मुस्लिम मतदाताओं का घर से निकलना 6-हिन्दू मतदाताओं का घर से कम निकलना 7-भाजपा में गुटबाज़ी का भी मिला फायदा 8-दलित वोट के साथ-साथ अन्य वोटरों का भी मिला समर्थन
9-मृतक भाजपा विधायक के काम को लेकर मतदाताओं में थी नाराज़गी 10-सपा प्रत्याशी को रालोद से गठबंधन से मिला जाट समुदाय का वोट