अफजलगढ़ थाना क्षेत्र के
कटारमल के रहने वाले
भजनलाल का शव 24 मई को लावारिस अवस्था में रामगंगा नदी के पास क्षत-विक्षत हालत में मिला था। शरीर पर ईंट पत्थरों से हमले के निशान थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि गला घोटने के बाद शरीर पर हमला किया गया। पुलिस ने जब छानबीन की तो पता चला कि हत्या करने वाला कोई और नहीं मृतक भजनलाल के जानकार तीन लोग हैं। पुलिस ने इस हत्या में शामिल तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
हत्या में शामिल मुख्य आरोपी
नरेंद्र का प्रेम प्रसंग
भजनलाल की बेटी से चल रहा था। भजन लाल ने इसका विराेध किया था। इस बात से नाराज
नरेंद्र ने अपने साथी गुरुवचन और
सुरजीत सिंह के साथ मिलकर बहाने से
भजनलाल को बुलाकर रामगंगा नदी के पास उसकी पहले कपड़े का फंदा बनाकर गला घोट कर हत्या कर दी। बाद में शव की पहचान छुपाने के लिए कई बार उसके चेहरे पर ईट पत्थरों से हमला कर के शव नदी के पास फेंक कर चले गए थे। एसपी डॉक्टर
धर्मवीर सिंह ने बताया कि नरेंद्र का भजन लाल की बेटी से प्रेम प्रसंग था जोकि मृतक भजनलाल को पसंद नही था। इसी को लेकर नरेंद्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर भजनलाल की हत्या की थी।