वहीं स्टेशन मास्टर द्वारा रेलवे लाइन क्लीयर न दिए जाने के कारण चार महत्वपूर्ण एक्सप्रेस ट्रेनें और दो मालगाड़ियां स्टेशन पर जहां-तहां खड़ी हो गईं। इसके चलते अनहोनी की आशंका होने से मुरादाबाद कंट्रोल रूम में खलबली मच गई। इसके बाद कंट्रोल रूम के निर्देश पर नजीबाबाद से स्टेशन मास्टर भेजकर सभी ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू कराया गया। वहीं शराब पीकर सोए स्टेशन मास्टर को तत्काल निलंबित कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला दरअसल, शुक्रवार रात नजीबाबाद से लगभग 10 किमी दूर मुरशदपुर रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर दीप सिंह ड्यूटी पर तैनात था। वह शराब पीकर स्टेशन पर बनी बेंच पर ही सो गया। जबकि शराब की बोतलें बेंच के पास ही रखी हुई थी। इस दौरान देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस ट्रेन रात 10:42 बजे नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंची।
यहां पर ट्रेन को लाइन क्लीयर देने के लिए नजीबाबाद स्टेशन मास्टर मुरशदपुर के स्टेशन मास्टर से रात 10:30 बजे से ही संपर्क साध रहे थे, लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं संपर्क न होने के चलते जनता एक्सप्रेस को नजीबाबाद में ही रोक लिया गया। इसकी सूचना मुरादाबाद कंट्रोल रूम को दी गई। इसके बाद स्टेशन अधीक्षक आर.के मीणा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे पुलिस को सूचना दी।
जिसके बाद रेल पुलिस के एएसआइ महावीर सिंह नेगी और जीआरपी एएसआइ शिव सिंह नागर तत्काल मुरशदपुर स्टेशन पहुंचे। यहां से स्टेशन मास्टर दीप सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समीपुर मेडिकल के लिए ले जाया गया। जहां शराब पीने की पुष्टी हुई। कार्य के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में दीप सिंह को निलंबित कर दिया।