यह भी पढ़ें: कैराना उपचुनाव Live- इस बार चुनाव आयोग ने किया यह इंतजाम, किसी को भी नहीं होगी शिकायत मुलायम सिंह यादव की रैली हुई थी आयोजित अापको बता दें कि मामला 22 फरवरी 2012 का है। उस दिन जिले के नुमाइश ग्राउंड में सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की एक जनसभा आयोजित की गई थी। इसमें सभी नेताओं को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी। साथ ही नेताओं को अपना
शक्ति प्रदर्शन भी करना था। इसके लिए सपा नेत्री रुचिवीरा ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया। आरोप है कि वह दबाव डालकर केपीएस इंटर कॉलेज के स्टाफ व स्टूडेंट्स को इस रैली में ले गई थीं। इतना ही नहीं वह कॉलेज के प्रिंसिपल को भी रैली में ले गई थीं। उस समय कॉलेज में परीक्षा चल रही थी।
यह भी पढ़ें: इस बार सैलरी के लिए करना होगा इतने दिन इंतजार, यह है बड़ी वजह दर्ज कराया था मुकदमा मामला उछलने के बाद तत्कालीन सहायक चुनाव अधिकारी सुरेश कुमार ने पूर्व सपा विधायिका रुचिवीरा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। यह मामला फिलहाल सीजेएम कोर्ट में चल रहा है। इसमें रुचिवीरा की ओर से जमानत प्रार्थना पत्र कोर्ट में दिया गया थ। इस पर सुनवाई करने के बाद सीजेएम उदयवीर सिंह ने 20-20 हजार के दो जमानती व इतनी ही राशि का निजी मुचलका दाखिल करने पर जमानत के आदेश दिए।
यह भी पढ़ें: कैराना उपचुनाव Live- कैराना उपचुनाव Live- फिर खराब हुई वीवीपैट मशीन, 5 मिनट में बदल दी उपचुनाव में बनी थीं विजेता आपको बता दें कि रुचिवीरा मार्च 2014 में बिजनौर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीतकर विधायक बनी थी। उनसे पहले यह सीट भाजपा के कुंवर भारतेंद्र सिंह के पास थी। कुंवर भरतेंद्र सिंह के लोकसभा सदस्य बनने के बाद यह सीट खाली हो गई थी।