यह भी पढ़ेंः RSS अब अपने इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को सेना में भेजने के लिए करेगा तैयार
हम आपको बता दें कि मंडावर थाना क्षेत्र के गांव डैबलगढ़ और राजरामपुर गांव के लोग रोज़ाना अपनी जान हथेली पर रखकर गंगा के दूसरी छोर पर काम और पशुओं के लिये चारा लेने जाते है। इन लोगों के साथ-साथ महिलाएं और बच्चे भी रोज़ाना नाव से गंगा पार करके अपनी फसलों के काम के लिए और चारे के लिए नाव से जाते हैं। इसी बीच शुक्रवार को अचानक से गंगा में पानी का स्तर बढ़ने से गांव के 27 लोग जब चारा लेकर नाव पर सवार होकर घर के लिए लौट रहे थे। तभी गंगा की तेज लहरों से गंगा का पानी नाव में भर गया और ये सभी गंगा में डूब गए। डीएम अटल कुमार के मुताबिक अभी तक इस हादसे कुल 18 लोगों को ही निकाला गया है। इसमें अब तक 3 की मौत हो गई है। अभी 6 लोग लापता बताए जा रहे हैं। अभी भी रेस्क़्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। प्रशासन हेलीकॉप्टर से लोगों को तलाशने की बात कह रहा है, लेकिन अभी तक सेना का हेलीकॉप्टर बिजनौर नहीं पहुंचा है।
भैंसा बुग्गी सहित हिंडन नदी में बहा किसान
बिजनौर के साथ ही बड़ौत क्षेत्र में भी भैंसा बुग्गी सहित एक किसान हिंडन नदी में बह गया। हालाकि, किसान को लोगों ने बचा लिया। दरअसल, पट्टी बंजारन गांव के कुछ किसानों की जमीन हिंडन नदी के पार है। गांव में हिंडन नदी पर पुल नहीं होने पर किसान नदी के पानी से होकर ही अपने खेतों में आते-जाते रहते हैं। गांव का एक किसान नदी पार करके अपने भैंसा बुग्गी को लेकर खेत में गया था। खेत से चारा लेकर वह गांव लौट रहा था। इस दौरान नदी पार करते समय पानी के तेज बहाव से वह भैंसा-बुग्गी समेत बह गया। इस घटना को देख रहे कुछ किसानों ने उसकी मदद कर उसे बचा लिया। उसके भैंसे की डूबने से मौत हो गई।