Bastar Naxal: इलाके में सक्रिय 33 नक्सलियों ने शनिवार को सीआरपीएफ डीआईजी एसके मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमे से तीन नक्सलियों पर पांच लाख का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पितों ने बताया कि नक्सलियों द्वारा आदिवासियों पर किए जा रहे अत्याचार से वे दुखी हैं। वे गलत तरीके से आदिवासियों को प्रताडि़त करते हैं।
वे शासन की आत्मसमर्पण नीतियों से प्रभावित होकर भारत के संविधान पर विश्वास रखते हुए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे है। (Bastar Naxal) इन्हे पुनर्वास नीति के तहत् 25000-25000 रुपए नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई । अब तक तक पुलिस ने बीजापुर जिले जहां 189 नक्सलियों को गिरतार किया है और 109 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
राजू हेमला उर्फ ठाकुर पिता पाण्डु हेमला, सामो कर्मा उर्फ रनिता पिता भीमा कर्मा,जनताना सरकार अध्यक्ष सुदरु पुनेम उर्फ हिरोली सुदरु पुनेम, सुखराम माड़वी, (Bastar Naxal) मिलिशिया कमाण्डर सुरेश कुंजाम, डिप्टी कमाण्डर आयतु पुनेम उर्फ डोगुम, सेक्शन कमाण्डर रमेश पुनेम उर्फ पोजा, पायकु मडक़ाम, आयतु कुंजाम आदि हैं।
चार महीने में 110 नक्सली ढेर
चार दशकों में पहली बार ऐसा हुआ है कि नक्सलियों पर जवानों ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है। जवानों ने स्पेशल ऑपरेशन चलाकर चाकर महीने में ही 110 नक्सलियों को मार गिराया है। (Bastar Naxal) इसमें कई नक्सलियों पर लाखों का इनाम था। वहीं जवान मुठभेड़ स्थलों से भी भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामान बरामद कररहे है।
Bastar Naxal: जवानों के अभियान से आत्मसमर्पण कर रहे नक्सली
एक तरफ जहां जवान-नक्सली मुठभेड़ हो रही है वहीं दूसरी और सुरक्षाबल बस्तर के हार एक गांव में अभियान चला रहे है। बस्तर के चप्पे-चप्पे में तैनात होकर जवानों ने कैंप खोला है। नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़कर साधारण जीवन जीने के लिए जवान बस्तर के हर इलाके में अभियान चला रहे है। (Bastar Naxal) इससे प्रभावित होकर कई नक्सलियों ने हिंसा का राह छोड़कर आत्मसमर्पण किया है।
जवानों की बड़ी सफलता
समूचे बस्तर में फोर्स के जवानों का मनोबल भी इस वक्त काफी ऊंचा है। कांकेर जिले के माड़ इलाके में बीते महीने 16 तारीख को हुई मुठभेड़ में जवानों ने 29 नक्सलियों को जब मार गिराया तो इसे फोर्स की सबसे बड़ी सफलता बताया गया। नारायणपुर जिले में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में भी जवानों ने बेहद सुनियोजित तरीके से 10 नक्सलियों को मारा।
Bastar Naxal: घने जंगलों में जवान चला रहे सर्चिंग ऑपरेशन
नक्सलियों का खात्मा करने जवानों ने कार्रवाई तेज कर दी है। एक तरफ जो नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते है उनके लिए पुलिस अधिकारी बस्तर के इलाकों में जा-जाकर अभियान चला रहे है। (Bastar Naxal) पुलिस द्वारा अभियान चलाने से नक्सली प्रेरित होकर आत्मसमर्पण कर रहे है। वहीं कुछ आतंकी जंगलों में छिपकर उत्पात मचा रहे है। इन आतंकियों के लिए जवान घने जंगलों में सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे है। बता दें कि 100 दिनों में जवानों ने मुठभेड़ में 105 आतंकियों को मार गिराया है।
नक्सलियों को बेकफुट पर भेजने तैयारी
अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों को बैक फुट धकेलना के लिए पुलिस ने कारगर कदम उठाया है। इसमें पुलिस ने जिला मुयालय से करीब 35 किलोमीटर दूर मोहन्दी में नारायणपुर पुलिस एवं आइटीबीपी 53 वी वाहिनी के द्वारा नवीन कैंप खोला गया है। कोहकामेटा थाना क्षेत्र के मोहन्दी में नवीन कैंप स्थापित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है। (Bastar Naxal) मोहन्दी में नवीन कैंप स्थापित होने से आसपास के क्षेत्र में सड़क, पानी, पुल पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तार एवं नक्सल उन्मूलन अभियान में तेजी आएगी।
Bastar Naxal: जवानों की बड़ी सफलता
समूचे बस्तर में फोर्स के जवानों का मनोबल भी इस वक्त काफी ऊंचा है। कांकेर जिले के माड़ इलाके में बीते महीने 16 तारीख को हुई मुठभेड़ में जवानों ने 29 नक्सलियों को जब मार गिराया तो इसे फोर्स की सबसे बड़ी सफलता बताया गया। नारायणपुर जिले में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में भी जवानों ने बेहद सुनियोजित तरीके से 10 नक्सलियों को मारा।
नहीं बक्शे जाएंगे आतंकी
बीते चार महीने में फोर्स ने अलग-अलग मुठभेड़ में 91 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। जो यह बताता है कि फोर्स अब बस्तर में गियर बदल चुकी है। पिछले चार दशक में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। बीते अप्रैल के महीने में ही 50 नक्सली मारे गए हैं।
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