मेघ का संवाद आया…
दूसरी प्रस्तुति बाल कवियों की चौपाल में चित्रांश बाघमारे ने ‘भर गया भीतर हरापन, मेघ का संवाद आया… सुनाई। आद्या भारती ने ‘शहीदों के सम्मान में लिखना, तुमने कलम उठाई है, तो वर्तमान लिखना, हो सके तो तुम, शहीदों के सम्मान में लिखना। हर्ष सक्सेना ने देश के तुम वीर जवानों, कभी नहि तुम झुकते हो…, अनुभुति त्रिवेदी ने ‘आशाएंÓ सोच सकारात्मक रखो हमेशा, ईश्वर और खुद पर रखो भरोसा। और सोमेश शर्मा ने घर से बाहर मत जाना, घर से बाहर मत जाना भैया कोरोना खड़ो, कविता पाठ किया।
रद्दी किताबों के पन्नों से बनाएं आकर्षक आर्ट वर्क
भोपाल. हमारे घरों में अक्सर पुरानी किताबों या तो रद्दी में बिक जाती हैं या धूल खाती रहती हैं। किताबों के सफेद पन्ने भी पीली पड़ जाते हैं। ऐसी ही पुराने किताबों के पन्नों से कई आकर्षक आर्टवर्क बनाए जा सकते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद की स्नातक टेक्सटाइल डिजाइनर अदिति अनुज द्वारा पन्नों से नवीन सृजन किए हैं। अदिति ऐसे सृजन की तकनीक और कला सिखाने आ रही हैं एक विशेष वर्कशॉप किताबों के पन्ने में। सर्जना एकेडमी फॉर डिजाइन एन्ड फाइन आट्र्स द्वारा आयोजित ये वर्कशॉप 10 जुलाई को शाम 4 बजे जूम पर होगी। ये वर्कशॉप नि:शुल्क है और इसमे 12 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है।