सत्तू की तरह नहीं है ये आटा
दरअसल, कंपनियां गोटा,खमन, दलवाड़ा, दही बड़ा,ढोकला,इडली और डोसा का आटा मिक्स पाउडर के तौर पर बेचती हैं। कंपनियों का कहना था कि यह सत्तू की तरह है। इसलिए इस पर 5 प्रतिशत ही जीएसटी लगनी चाहिए। हालांकि, जीएसटी ने कहा कि यह सत्तू की तरह नहीं है।वर्तमान परिदृश्य में हर कोई इंस्टेंट फूड की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में टैक्स की दर 5 से 18 फीसदी होने पर खाने की वस्तुएं महंगी होगी। हालांकि एडवांस्ड रुलिंग ने जिस मामले में फैसला दिया है, उसी पर यह लागू होगा।
सीए नवनीत गर्ग,जीएसटी एक्सपर्ट
अपूर्व पवैया, थोक किराना कारोबारी
राकेश जैन, अध्यक्ष, भोपाल स्वीट्स एंड नमकीन एसोसिएशन भोपाल