हाल में तेंदुआ और बाघ के दो शावक आए
हाल में यहां बाघ के दो शावक लाए गए थे। रातापानी से इन्हें रेस्क्यू किया गया था। इसके अलावा एक तेंदुआ भी यहां लाया गया। एक को जंगल में छोड़ दिया गया। जबकि शावक कान्हा के जंगलों में भेजे गए हैं। ये स्वस्थ बताए गए थे।रेस्क्यू कर लाए जाते हैं जानवर, कई होते हैं घायल
वन विहार में आने वाले ज्यादातर वन्यप्राणी रेस्क्यू कर लाए जाते हैं। यहां उन्हें ही रखा जाता है जो जंगल में संघर्ष करने लायक नहीं होते हैं। अधिकारियों ने बताया कि कई वन्यप्राणियों को घायल अवस्था में यहां पर लाया गया। ऐसे में ये पहले ही कमजोर होते हैं। यहां अतिरिक्त सुरक्षा के बीच रखा जाता है। इनकी मौत के पीछे ये एक बड़ा कारण है।11 टाइगर सहित वन विहार में 1510 वन्यप्राणी
वन विहार में 11 बाघ सहित 1510 वन्यप्रााणी हैं। इसमें शाकाहारी और मांसाहारी दोनों शामिल है। साल 2022 में यह संख्या 1652 थी। इनका कहनाएसके सिन्हा, सहायक संचालक वन विहार