सोशल मीडिया में अभिलिप्सा के फेक अकांउट की बाढ़
सोशल मीडिया में स्टार बनने के बाद और फरमानी नाज के भजन गाने के बाद से अभिलिप्सा के नाम से फेसबुक, ट्विटर, इस्टाग्राम सहित अन्य जगहों पर फेक अकाउंट की बाढ़ आ गई। जिसमें फरमानी नाज को लेकर तरह- तरह की बातें की गई। साथी ही कुछ नफरती बातों को भी लगातार पोस्ट किया गया। जिसको लेकर पत्रिका ने अभिलिप्सा से सीधी बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि वो फेक अकाउंट से परेशान हो चुकी हैं। उनकी ओर से कोई भी ऐसी नफरती बातें नहीं लिखी जा रही हैं। कुछ नफरती लोग सोशल मीडिया के जरिए गलत बात फैला रहे हैं। अभिलिप्सा ने कहा कि क्या कुछ लोग मेरे जैसे पीछे पड़ गए हो। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा। मैं अपने परिजनों से सलाह लेकर ऐसे लोगों के खिलाफ शिकायत करूंगी।
फरमानी नाज के भजन गाने से मुझे कोई आपत्ति नहीं
अभिलिप्सा पांडा के फेक ट्विटर एकाउंट से फरमानी नाज को लेकर भी तरह- तरह की टिप्पणी की गई थी। जिसको लेकर पत्रिका ने उनसे सवाल पूछा कि क्या फरमानी नाज से भजन गाने से आपको आपत्ति है। जिस पर अभिलिप्सा ने कहा कि भगवान का भजन कोई भी व्यक्ति गा सकता है। संगीत एक कला है। यदि फरमानी नाज ने इसे गाया है तो ये बहुत अच्छी बात है। मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है।
राष्ट्रपति से लेकर चर्चित हस्तियों तक के फेक अकाउंट
ट्रोल आर्मी सोशल मीडिया में इतनी सक्रीय है कि किसी भी व्यक्ति के चर्चित होते ही उसकी ट्विटर से लेकर फेसबुक में फेक अकाउंट बना देती है। द्रोपदी मूर्मू जब हालही में राष्ट्रपति बनी थी। तब उनके नाम की घोषणा होते ही फेक अकाउंट की बाढ़ आ गई थी। लिहाजा सोशल मीडिया में चर्चित हस्तियों के नाम पर फेक अकाउंट मंडी सजाने वालो का कारोबार बहुत बड़ा है। सोशल मीडिया एक्सपर्ट का कहना है कि असामाजिक तत्व ऐसे चर्चित नामों के नाम से एकाउंट बनाकर ज्यादा से ज्यादा फॉलोअर्स कम वक्त में पा जाते हैं। फिर लोगों पर प्रभाव जमाते हैं या फिर मोटे दामों में ऐसे फेक अकाउंट का सौदा करते हैं।