महापौर मालती राय ने अपने कार्यकाल का पहला बजट प्रस्तुत किया। 3306 करोड़ रुपए के खर्च के इस बजट ने सबके लिए आवास योजना की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। हर कॉलोनी में पार्क विकसित होगा। शहरी सौंदर्यीकरण के साथ अवैध कॉलोनियों में अधोसंरचना पर काम होने, चौराहा. मुख्यमार्गो के सुधार समेत लाइटिंग करने से आमजन को फायदा होगा। ट्रैफिक के खराब सिग्रल दुरूस्त होने, नर्मदापुरम रोड कॉलोनियों के लिए नए विश्रामघाट बनने, मछली व मीट विक्रय कवर्ड होने से बदबू और गंदगी से राहत की उम्मीद जगी है।
क्या है यह गणित
बजट में 82.31 करोड़ रुपए का घाटा है जिसकी कर्ज से भरपाई होगी। निगम अपने कार्यों को करने के लिए कर्ज लेगा या फिर बॉण्ड जारी कर भरपाई करेगा। खर्च में कटौती के साथ ही कैपिटल मार्केट से पैसे उठाए जाएंगे। 3300 करोड़ का बजट है लेकिन यह 82.31 रुपए के घाटे का बजट है।
बजट में सबसे खास
नर्मदापुरम रोड पर नया विश्राम घाट बनेगा। कलेक्ट्रेट जमीन देगा।
एक कम्युनिटी हॉल राजा भोज संग्रहालय के तौर पर विकसित होगा।
संपत्तिकर की दरों में सात फीसदी तक बढ़ोतरी
नगर निगम ने संपत्तिकर की दरों में सात फीसदी तक बढ़ोतरी कर दी है। ये बढ़ोतरी परिक्षेत्र आधारित वार्षिक भाड़ा मूल्य में सात से आठ रुपए वर्गमीटर की है। अभी परिशिष्ठ एक के सीमेंट. चादर वाले आवासीय भवन से 133 रुपए वर्गमीटर के आधार पर वार्षिक भाड़ा मूल्य के अनुसार संपत्तिकर लेते थे, उसे वित्तवर्ष 2023-24 में 140 रुपए वर्गमीटर कर दिया गया है। कच्चे भवन आवासीय श्रेणी के 91 रुपए प्रति वर्गमीटर वार्षिक भाड़ा मूल्य को नए बजट में बढ़ाकर 96 रुपए वर्गमीटर कर दिया गया। सभी सात परिक्षेत्रों में इसी तरह दर बढ़ाई गई है।
महापौर मालती राय का कहना है कि मुख्यमंत्री की मंशा और भाजपा संकल्प पत्र के आधार पर शहर के विकास की दिशा तय कर रहे। अभी राशि कम रखी हैए लेकिन धीरे. धीरे राशि बढ़ाकर विकास को रफ्तार देंगे। इधर ननि में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि इस बजट में शहर के लिए कुछ नहीं है। ये शहर का बजट नहीं है। कर्ज लेकर निगम का भला नहीं हो सकता। इसे समझना चाहिए। ये शहर सरकार का फेल बजट है।