वैसे भी धार विस सीट ऐसी आरक्षित सीट है जिसके लिए कहा जाता है आदिवासियों का भरोसा जिसने जीत लिया उसके वोट पक्के। वहीं राजनीतिक इतिहास पर नजर डालें तो इस यह विस सीट कांग्रेस के लिए शुभ रही है। शायद यही कारण है कि हर चुनाव में कांग्रेस मोहनखेड़ा जैन तीर्थ में दर्शन कर यहां जन सभा आयोजित करती रही है। लेकिन कांग्रेस की इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी ही नहीं बल्कि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ ही कई दिग्गज नेता यहां पहुंच चुके हैं।
पढ़ें एमपी पॉलिटिक्स के इंट्रेस्टिंग हिस्टॉरिकल फैक्ट…
एमपी की पॉलिटिक्स में चुनावों में किसी भी पार्टी की जीत का श्रेय आदिवासियों को भी जाता है। यही कारण है कि कांग्रेस हर चुनावी साल में यहां अपना भाग्य आजमाती आई है, वो भी पूरे भरोसे के साथ। वहीं आदिवासियों के वोट कांग्रेस को मिलते भी रहे हैं।
हर पार्टी के लिए यहां प्रचार-प्रसार क्यों जरूरी
गुरुवार को प्रियंका गांधी की जन सभा में 9 जिलों की पांच लोकसभा और 41 विधानसभा सीटों के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। हर जिले को ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने का टारगेट दिया गया है। इसका बड़ा कारण है कि मोहनखेड़ा को लेकर कांग्रेस नेता मानते हैं कि गांधी परिवार के कई सदस्य यहां आ चुके हें। यहां से चुनाव प्रचार पार्टी के लिए शुभ होता है। लेकिन अकेले कांग्रेस के नेता ही नहीं, बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत भी यहां आ चुके हैं। भाजपा के साथ ही कई राजनीतिक संगठनों की और अन्य संगठनों की कई चिंतन बैठकें भी होती रही हैं। आपको बता दें कि मोहनखेड़ा तीर्थ से झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन और रतलाम के अलावा धार जिले की विधानसभा सीटें सीधे कवर हो जाती हैं।
जानें ये Interesting Facts
– जानकारी के मुताबिक 1977 में इंदिरा गांधी जब यहां आई थीं तब, उनका हेलीकॉप्टर खराब हो गया था। वे इंदौर से सड़क मार्ग के माध्यम से यहां आई थीं।
– मोहनखेड़ा जाने के बाद मनावर पहुंची थीं इंदिरा गांधी। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया था।
– दो साल 1999-2000 में सोनिया गांधी और राहुल आए थे। उस समय देश में यूपीए की सरकार थी और सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे।
– 2013 में राहुल गांधी यहां आए थे।
– 2014 में संघ का चिंतन शिविर लगा था। इस शिविर में संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित अन्य नेता शामिल हुए थे।
– तीर्थ क्षेत्र के प्रमुख संत रहे ऋषभ विजय से मिलने कई बार नेता गुप्त रूप से भी यहां आते रहे हैं।
– 2017 में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य नेता मोहनखेड़ा तीर्थ में पहुंचे थे।
– 2017 में सेवादल के कार्यक्रम में फिर राहुल आए थे।
जानें क्यों है महत्वपूर्णपॉलिटिकल पार्टियों के लिए धार विस सीट इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि 130 साल से भी ज्यादा पुराने इस तीर्थ से जैन समाज के आदिवासी समाज भी प्रभावित हैं। क्योंकि ट्रस्ट ने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और पानी के लिए बहुत काम किया है। संतों का तो अपना प्रभाव यहां था ही मंदिर ट्रस्ट से जुड़े अधिकांश सदस्य इस क्षेत्र के बिजनेसमेन हैं। ऐसे में यह वर्ग आदिवासी आरक्षित सीट होने से खुद भले ही चुनाव न लड़ पाए। लेकिन जिस पार्टी को यह सपोर्ट करता है, वह नेता जरूर बन जाता है।