जिम्मेदारों द्वारा अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने से निराश होकर लोगों ने खुद सडक़ के गड्ढों को भरने का निर्णय लिया और रविवार सुबह कॉलोनी के लोग इकट्ठा हुए। अपने-अपने वाहनों से घरों से निकलने वाली ईंट- पत्थर और मलबा लेकर सडक़ के गड्ढों को पाटने निकल पड़े। लोगों को यह सब करते देख आसपास की कॉलोनियों के लोग भी अपने-अपने घरों से मलबा लाकर पहुंचे और सडक़ के गड्ढों को पाटना शुरू किया। इस दौरान बड़ी संख्या में मदद के लिए लोग इकट्ठा हो गए। रहवासियों का कहना है कि कई बार जिम्मेदारों से शिकायत करने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने से लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है।
सरला स्टेट के रहवासियों ने बताया कि सडक़ पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं। सीमेंटेड सडक़ होने से यहां से आवाजाही करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। महिलाएं और बच्चे दो पहिया वाहनों से आए दिन गिरकर घायल हो रहे हैं। इस सडक़ की मरम्मत कराए जाने को लेकर हम लोगों ने नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय विधायक, महापौर, पार्षद तक से सडक़ सुधरवाने की मांग कर चुके हैं।
गौरतलब है कि इस सडक़ से कई कॉलोनियों के रहवासियों के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का आना-जाना होता है। इसमें सरला स्टेट, रीगल नेक्सट, सरला इलाइट, रीगल तुलसी, रीगल कस्तूरी हैबिटेट, रीगल कस्तूरी फेस- २, शिव संगम नगर सहित अन्य कॉलोनियों के करीब एक हजार परिवार के चार हजार से ज्यादा लोगों का आना- जाना होता है। सडक़ जर्जर होने से वाहन चालकों और राहगीरों को परेशान होना पड़ रहा है।
सबींद्र राणा, रहवासी सरला स्टेट कॉलोनी
सुशील दुबे, रहवासी सरला स्टेट कॉलोनी
देवेंद्र सिंह सिकरवार, रहवासी सरला स्टेट कॉलोनी