जबकि हमेशा अपनी ही सरकार को घेरने वाले पूर्व मुख्मंत्री बाबूलाल गौर ने इसे यानि पूरे भाजपा कार्यकाल को बेमिसाल 14 साल बताया। वहीं उन्होंने अर्जुन सिंह का कार्यकाल बेमिसाल बताया। आज क्या क्या हुआ:
– विधानसभा की शुरुआत होते ही विपक्ष गैंगरेप पर चर्चा के लिए अड़ गया और हंगामा करने लगा।
– इसके बाद विधानसभा को 1 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। – कार्यवाही फिर से शुरू होते ही दोबारा सदन में हंगामा।
– Congress और bjp के विधायको में तीखी बहस हुई। साथ ही कांग्रेसी विधायक फिर से गर्भगृह में पहुंच गए। – सदन में जमकर हंगामे के साथ ही नारेबाजी भी की गई। – इसके बाद सदन की कार्यवाही दूसरी बार 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
– कार्यवाही शुरू होते ही तीसरी बार सदन में फिर हंगामा हुआ।
– इस बार भी Congress विधायक गर्भगृह में पहुंच गए और नारेबाजी और हंगामा करने लगे। – इस दौरान कुछ देर के लिए ही प्रश्नकाल चल सका।
– हंगामें के चलते सदन की कार्यवाही तीसरी बार 1 घंटे के लिए यानि 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। – हंगामे के बीच राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने विपक्ष पर हमला करते हुए बोला कि, इसी सदन में आपके मंत्री कांग्रेस की सरकार के समय बोलते थे “बलात्कार का मुआवजा दे दिया है और फिर से होगा तो हम फिर दे देंगे।” हमारी सरकार तो फांसी की सजा का प्रावधान कर रही है।
– इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, आपके विषय में किसी न किसी रूप में चर्चा करा लूंगा। वहीं विपक्ष मांग करते हुए कहा, महिला उत्पीड़न के मामले में स्थगन के जरिये चर्चा हो।
– सदन की कार्यवाही फिर आधे घंटे के लिए चौथी बार स्थगित। – अध्यक्ष के कक्ष में चर्चा शुरू। सदन में गतिरोध के मामले में स्पीकर से चर्चा करके बाहर निकले अजय सिंह बोले सरकार महिला उत्पीड़न पर चर्चा नहीं करना चाहती। यह लोकतंत्र की हत्या है। आज तक ऐसे स्पीकर नहीं देखे।
— कांग्रेस विधायकों ने फिर शुरू की नारेबाजी।
— हंगामे के बीच वित्त मंत्री ने रखा द्वितीय अनुपूरक बजट।
— कांग्रेस विधायकों का गांधी प्रतिमा के सामने धरना व नारेबाजी शुरू।
— आधे घंटे का कांग्रेस विधायकों का मौन धरना।
— हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित की गई।
इससे पहले मंगलवार को हुए विधानसभा के सत्र में नेता प्रतिपक्ष ने सीएम शिवराज सिंह को पुष्पगुच्छ देकर अभिवादन किया था। इस दौरान महिला उत्पीडन को लेकर इस दौरान चर्चा दोनों पक्षों में जमकर बहसबाजी हुई थी। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने स्थगन की बात उठाई, जो मान्य नहीं की गई। वहीं कर्ज को लेकर भी इस दौरान बात हो सकती है। वहीं जयंत मलैया का कहना है कि पड़ोसी राज्य हमसे ज्यादा कर्ज लेते हैं।
ये हुई थी कार्यवाही:
– किसानों के मामले में सदन ने सरकार को विपक्ष ने घेरा।
– किसानों के बिजली ट्रांसफर्मर नहीं बदले जा रहे हैं।
– भाजपा के कैलाश चावला ने सवाल उठाया था।
– कुपोषण पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने उठाए सवाल और कहा कि कुपोषण चिंता का विषय है।
– वहीं कांग्रेस विधायक निशंक जैन ने पत्रिका विदिशा में 26.10.2017 को प्रकाशित खबर का जिक्र किया। जैन का कहना है कि विदिशा में कुपोषण चिंताजनक है।
इधर, अजय सिंह बोले ने भी कुपोषण पर बोलते हुए कहा
सुषमा स्वराज का संसदीय क्षेत्र में कुपोषण होना चिंताजनक है।
– शून्यकाल में विपक्ष ने उठाया भोपाल गैंगरेप काण्ड का मामला।