जानें क्यो घूमें ओरछा
मानसून सीजन में प्राचीन और ऐतिहासिक नगरी ओरछा कि सुंदरता देखते बनती है। एक छोटे से टापू पर बसे महल और किले इन दिनों में इसकी खूबसूरती को दोगुना कर देते हैं। वहीं ठंड के सीजन में भी घूमने का मजा लेने यहां हर साल लाखों टूरिस्ट पहुंचते हैं। गौरवशाली इतिहास से संपन्न ओरछा के प्राकृतिक नजारे देखकर टूरिस्ट का मन नहीं भरता। यही कारण है कि मध्य प्रदेश के टॉप 5 टूरिस्ट प्लेस में ओरछा का नाम शामिल है।ओरछा में देखने के लिए क्या?
ओरछा का किला (Orchha Fort)
यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शुमार ओरछा ऐतिहासिक स्मारकों के लिए जाना जाता है। ओरछा का किला…. यहां पहुंचकर आप जहां नजर घुमाओं वहां दूर-दूर तक पानी और हरियाली के नजारे दिल जीत लेते हैं। दरअसल ओरछा का किला बेतवा नदी के आइलैंड पर स्थित है।bhopal tourism: मानसून में भोपाल की खूबसूरती देख आप भी हो जाएंगे दीवाने, देखें PHOTOS
राजा महल (Raja Mahal)
ओरछा का राजा महल भी कलात्मक वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। यहां दीवारों और छतों पर बने भित्ती चित्रों में भगवान विष्णु का दशावतार रूप, भगवान कृष्ण का एक उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाने का दृश्य, राम दरबार में हनुमान, समुद्र मंथन, महाभारत के कई दृश्य टूरिस्ट को अट्रैक्ट करते हैं।चतुर्भुज और राजा राम मंदिर (Chaturbhuj and Raja Ram Temple)
ओरछा के इस प्राचीन मंदिर की अपनी एक रोचक कहानी है। एक किंवदंती के मुताबिक चतुर्भुज मंदिर का निर्माण मधुकर शाह ने अपनी रानी गणेश कुंवरी के लिए तब करवाया था जब, रानी के सपनों में भगवान राम ने उन्हें मंदिर बनाने का निर्देश दिया था। रानी अयोध्या से भगवान राम की मूर्ति ले आईं और महल में रख दी।बेतवा नदी का किनारा (Bank of Betwa River)
मानसून सीजन में बेतवा नदी के किनारे पर घूमना आपको रीफ्रैश फील कराएगा। आसपास पसरी हरियाली और यहां के महल, किले आपकी इस सैर को खूबसूरत बना देते हैं।ओरछा का फूल बाग (Phool Bagh Orchha)
ओरछा का फूल बाग देखने में तो आकर्षक है ही, इसकी स्ट्रक्चरिंग भी टूरिस्ट को हैरान कर देती है। कतारबद्ध फव्वारे और इसमें पानी के प्रवाह की एक सरल तकनीक का इस्तेमाल किया गया। जो इसे महल के चंदन कटोरा से जोड़ती है। ये एक कटोरे जैसी संरचना है जिसके फव्वारों से पानी की बूंदें बारिश की तरह नीचे गिरती हैं और पूरे भवन को ठंडा रखती हैं।लक्ष्मीनारायण मंदिर, यहां नहीं कोई मूरत
ओरछा का लक्ष्मीनारायण मंदिर एक ऐसा मंदिर है, जो बहुत सुंदर है लेकिन यहां मां लक्ष्मी या अन्य देवी देवाओं की मूर्तियां स्थापित नहीं हैं। कहा जाता है कि यहां की मूर्तियां बहुत भव्य और हीरे-जवाहरातों से जड़ी थीं, जिन्हें आक्रमणकारी लूटकर ले गए। इसके बाद ना कभी इतने उच्च स्तर की मूर्तियों का निर्माण किया जा सका और ना ही राजपरिवार ने दोबारा किसी मूरत को यहां स्थापित किया। इस मंदिर की सुंदरता तो आपको अट्रैक्ट कर देगी, लेकिन इसकी लूट की कहानी सुनकर आपका दिल भर आएगा।ये भी हैं ओरछा के बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन
यहां बेतवा नदी बहती है। इसके खूबसूरत किनारों से जब नदी को निहारा जाए, तो पानी के ऊपर से ही आप इसके अंदर की रेत को भी आसानी से देख सकते हैं। नाव की सवारी का मजा ले सकते हैं। ओरछा की लाइफ-लाइन मानी जाने वाली बेतवा नदी टूरिस्ट को फील गुड करा देती है। यहां राजा-महाराजाओं की छतरियां, दाऊजी की हवेली और ओरछा अभयारण्य भी घूमने के लिए बेस्ट हैं।ओरछा के बारे में ये बातें जरूर जानें
- -ओरछा, मध्य प्रदेश का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
- – यहां स्थित रामराजा मंदिर, भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाने वाला देश भर में एकमात्र मंदिर है।
- – ओरछा किले में प्रवेश के लिए भारतीय नागरिकों को 10 रुपए और विदेशी नागरिकों को 250 रुपए फीस देनी होती है।
- – किला सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
- – फोटोग्राफी के लिए कैमरे के लिए 25 रुपए तो वीडियोग्राफी के लिए 200 रुपए शुल्क चुकाना होता है।
- – जहांगीर महल में प्रवेश के लिए भारतीय नागरिकों को 10 रुपए और विदेशी नागरिकों को 30 रुपए देने होते हैं।
- – लाइट एंड साउंड शो में वयस्कों का प्रवेश शुल्क 100 रुपए और बच्चों का 50 रुपए है।